उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि एक समय था जब राजनीतिक दलों के लोग अयोध्या जाना भी नहीं चाहते थे, क्योंकि इससे उनकी धर्म निरपेक्षता खतरे में पड़ जाती थी। आज वही अयोध्या है, जहां प्रतिदिन 2 लाख से ज्यादा लोग दर्शन कर रहे हैं, लेकिन एक तिनका भी नहीं हिला। सब कुछ शांतिपूर्वक चल रहा है। उन्होंने अब तक अयोध्या में श्रीरामलला के दर्शन न करने वाले विपक्षी नेताओं को चेताते हुए कहा कि वो लोग श्रीराम के बुलावे का इंतजार ना करें, क्योंकि प्रभु श्रीराम केवल एक बार ही बुलाते हैं। हम आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी ने एक निजी टीवी चैनल के संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही।
राज्यसभा चुनाव परिणाम को लेकर भी मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि जो लोग अपना परिवार नहीं संभाल पाते वो प्रदेश और देश क्या संभालेंगे। योगी ने कहा कि उन लोगों को दूसरों पर दोषारोपण करने की जगह परिवार पर ध्यान देना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी ने राहुल गांधी पर चुटकी लेते हुए कहा कि वो अगर कुछ बोलते हैं तो हमें फायदा ही होता है। राहुल जी अगर कुछ ना बोलें या विदेश चले जाते हैं तो हमें चिंता होने लगती है।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि 2014 से पहले और इसके बाद का भारत तथा 2017 से पहले और इसके बाद का उत्तर प्रदेश, हम सभी के सामने है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के नवोदित मतदाताओं को ये बताना जरूरी है कि 2014 से पहले भारत की स्थिति क्या थी। वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति क्या थी, हमारी सीमाओं की स्थिति, आंतरिक व्यवस्था, कश्मीर की समस्या, आतंकवाद, भ्रष्टाचार और सरकार किस तरह किंकर्तव्यविमूढ़ थी, ये सबके सामने होना चाहिए। हर एक क्षेत्र में व्यापक घोटाले होते थे। गरीब केवल वोट बैंक बनकर रह गया था। 2014 के बाद के बदले भारत को भी हर किसी ने देखा है। आज भारत वैश्विक मंच पर मजबूत स्थिति में है। अपनी सीमाओं की रक्षा और अर्थव्यस्था को भी सुदृढ़ कर रहा है। इन्फ्रास्ट्रक्चर, रेलवे, हाईवे, एयरवे, इनलैंड वाटर वे के साथ ही योजनाओं का लाभ बिना किसी भेदभाव के सभी को प्राप्त हो रहा है। जो पहले कल्पना थी आज वो साकार हो रही है।
सीएम योगी ने बीते सात साल में यूपी में हुए विकास कार्यों, कानून व्यवस्था के सुदृढ़िकरण, रिकॉर्ड निवेश और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की विशेष रूप से चर्चा की। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश हर योजना में फिसड्डी था। गरीबों को योजनाओं से जोड़ने की जगह केवल बदनियती और बंदरबांट की स्थिति थी। यूपी की पहचान कर्फ्यू और दंगों से होती थी। मगर आज यूपी वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी वाला राज्य बनने की दिशा में तेज गति से आगे बढ़ रहा है।