चंदौली। जिले में परिषदीय विद्यालय के लिए आने वाली कुल 18 लाख किताबों में से 16 लाख किताबें जिला पुस्तक केंद्र पर पहुंच चुकी हैं। जिससे पुस्तक केंद्र भर चुका है। किताबें अन्य जगहों पर रखीं जा रही हैं, लेकिन सत्यापन न होने की वजह से यह स्कूल में नहीं पहुंच पाई रही हैं। ऐसे में सत्र शुरू होने के 4 दिन बाद भी बच्चे बिना नए सत्र के किताबों के ही पढ़ाई करने पर मजबूर हो गए।
जनपद में कुल 1185 विद्यालय संचालित होते हैं। इसमें कुल ढाई लाख से अधिक बच्चे पठन-पाठन का कार्य करते हैं। जनपद में कुल 18 लाख पुस्तकों की आवश्यकता है। अब तक विभाग को लगभग 16 लाख पुस्तक उपलब्ध हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक नए सत्र की पुस्तकों का वितरण शुरू नहीं हो सका है। जिला पुस्तक केंद्र पूरी तरह से भर गया है। इसके बाद पुस्तकों के भंडारण के लिए प्राइवेट गोदाम बनाए गए।
विभागीय अधिकारियों को माने तो अभी तक सत्यापन न होने के कारण पुस्तकों को वितरण अभी नए सत्र का नहीं हो पाया है। जल्द ही पुस्तकों का सत्यापन कराकर खंड विकास कार्यालय के साथ न्याय पंचायत स्तर पुस्तकों को भेज दिया जाएगा। तभी बच्चों के हाथों में नई किताब मिल सकेंगे। इसका प्रयास किया जा रहा है। सभी पुस्तके मिल चुकी हैं,लेकिन अभी कार्यपुस्तिका आनी बाकी है।