दुलहीपुर में बुधवार को तेज हवा के कारण 33 हजार विद्युत तार पर नगर पालिका का बोर्ड और खंभा टूटकर गिर गया। इसके परिणामस्वरूप क्षेत्र की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। लोगों को एक घंटे तक बिजली की कमी का सामना करना पड़ा। बाद में बिजली विभाग ने तार से बोर्ड और खंभे को हटाकर बिजली आपूर्ति को फिर से शुरू किया।
साहूपूरी 132 केवी उप केंद्र से चंदासी पावर हाउस के लिए 33 हजार वोल्ट की लाइन आती है। दुलहीपुर से पीडीडीयू नगर मार्ग पर पावर हाउस के समीप नगरपालिका का बड़ा बोर्ड मार्ग के बीच में है। बुधवार की दोपहर तीन बजे तेज हवा के कारण पोल और बोर्ड 33 हजार वोल्ट के तार पर टूटकर गिर गए। तार पर पोल गिरते ही लाइन ट्रिप हो गई। चंदासी उपकेंद्र से जुड़े लगभग 50 हजार उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
लाइन ट्रिप होने पर जेई मुकेश कुमार व बिजली कर्मियों ने जेसीबी मशीन की मदद से पोल और बोर्ड को हटाकर लगभग एक घंटे की कठिनाई के बाद फॉल्ट को ठीक किया और आपूर्ति को पुनः संचालित किया। एसडीओ मनोज कुमार कश्यप ने बताया कि सूचना मिलते ही विद्युत विभाग कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर आपूर्ति को बहाल करने के लिए काम शुरू किया था। लगभग 45 मिनट में आपूर्ति बहाल कर दी गई थी। दूसरी तरफ क्षेत्र में चर्चा हो रही थी कि अगर पोल और बोर्ड हाई टेंशन विद्युत तार पर न गिरे होते तो सड़क पर बड़ा हादसा हो सकता था।
यह घटना दुलहीपुर के लोगों के लिए एक चेतावनी है कि बदलते मौसम की वजह से इस प्रकार के हादसों का खतरा हो सकता है। ऐसे में, स्थानीय अधिकारियों को सुरक्षा के संबंध में सख्ती से ध्यान देना चाहिए, और बिजली की इस तरह की समस्याओं को जल्दी से ठीक किया जाना चाहिए। इस घटना से सीख मिलनी चाहिए कि आपसी सहयोग और तत्परता से हम ऐसे परिस्थितियों से निपट सकते हैं और समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
इस प्रकार के हादसों को रोकने के लिए सार्वजनिक सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी महत्वपूर्ण है। स्थानीय समुदाय को बिजली के नियंत्रण तंत्र के बारे में जानकारी प्राप्त करने की जरूरत है, ताकि वे इस प्रकार की स्थितियों का सामना करने के लिए तैयार रह सकें।