रांची। कोयला मंत्रालय के मार्गदर्शन में मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) सीसीएल पंकज कुमार के नेतृत्व में सतर्कता विभाग पारदर्शिता एवं निवारक सतर्कता के दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। इसी क्रम में सतर्कता विभाग द्वारा गठित टीम ने आम्रपाली ओपन कास्ट प्रोजेक्ट और रजरप्पा प्रोजेक्ट में औचक जाँच की गई । किसी भी विसंगति की पहचान करने और सुधारात्मक उपायों को तुरंत लागू करने हेतु इन दोनों परियोजनाओं की गहन जाँच की गई। यह पहल कोयला खनन क्षेत्र के भीतर अखंडता और अनुपालन की संस्कृति को बढ़ावा देने में सीसीएल के सक्रिय प्रयास को दर्शाती है। इस पहल का उद्देश्य कोयला खनन कार्यों के भीतर नियमों और नैतिक मानकों के पालन सुनिश्चित कराना है।
एमओसी, सीवीओ सीआईएल और सीवीओ सीसीएल की देखरेख में सतर्कता टीम ने सीएमपीडीआई, सीसीएल मुख्यालय और सीसीएल के कमांड क्षेत्रों के अधिकारियों के साथ स्टॉक, वे-ब्रिज, रेलवे साइडिंग और डिजिटल टूल्स के प्रयोग एवं दक्षता सहित संचालन के विभिन्न पहलुओं का सावधानीपूर्वक निरीक्षण किया।
सतर्कता जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गयी इस अभियान के तहत औचक सतर्कता जांच से परिचालन में सत्यनिष्ठा, उत्कृष्टता और जिम्मेदार खनन प्रथाओं को सुनिश्चित किया जाता है। कोयला मंत्रालय के निर्देशों के अनुरूप, सीसीएल अपनी गतिविधियों में पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखने में अपनी भूमिका की पुष्टि करता है।
सतर्कता विभाग द्वारा समय-समय पर औचक निरीक्षण एवं जाँच आदि के प्रयास किये जाते हैं तथा निवारक सतर्कता पर आधारित अभियान भी चलाये जाते हैं। इस पहल के फलस्वरूप संचालन, कार्य निष्पादन एवं गुणवत्ता में पारदर्शिता के साथ बेहतरी आएगी जो इस वित्तीय वर्ष के निर्धारित कोयला उत्पादन लक्ष्य की पूर्ति में सहायक होगी।