सफलता पूर्वक संपन्न हुआ मत्स्य पालन पर क्षमता निर्माण सह जागरूकता कार्यक्रम

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 वाराणसी। गुरुवार  को भा.कृ.अनु.प.- राष्ट्रीय मत्स्य आनुवांशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र, कल्लीपुर, वाराणसी में “क्षमता निर्माण सह जागरूकता तथा मत्स्य पालन हेतु सामग्री वितरण कार्यक्रम” का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ हुआ। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉक्टर नवीन कुमार सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए केंद्र की उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए भावी योजनाओं बात रखी । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवम प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या के कुलपति डॉक्टर बिजेंद्र सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में मत्स्य पालन की अपार संभावना है।

उन्होंने किसानों को मत्स्य आधारित केंद्रों पर भ्रमण करने की सलाह देते हुए कहा कि यदि मत्स्य पालक किसान उत्पादक कंपनी बनाकर एक साथ काम करें तो निश्चित ही मुनाफा अधिक होगा। डॉक्टर सिंह ने कहा कि मत्स्य पालक कृषि विज्ञान केंद्र से जुड़कर वैज्ञानिक मत्स्य पालन तथा मत्स्य आधारित एकीकृत कृषि प्रणाली इकाई विकसित कर अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवम प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या को नेक ए++ प्राप्त होने के बाद कुलपति महोदय का काशी में के प्रथम आगमन था। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित भा.कृ.अनु.प.- राष्ट्रीय मत्स्य आनुवांशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ के पी.एम. ई. सेल के अध्यक्ष एवम वैज्ञानिक डॉक्टर एल.के. त्यागी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के इस कार्यक्रम का आयोजन एस.सी.एस.पी. के अंतर्गत कुलपति महोदय के प्रयास से संभव हो पाया है साथ ही साथ हमारी संस्थान मत्स्य पालन के क्षेत्र में काम कर रहे   आर्थिक रूप से कमजोर अनुसूचित जाति के किसानों के लिए कृषि आदान का वितरण भी करेगी जिससे किसान भाइयों को मत्स्य पालन में आर्थिक एवम तकनीकी सहयोग मिल सके।

विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवम प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या प्रबंध परिषद के सदस्य शैलेंद्र रघुबंशी ने कहा आज का यह कार्यक्रम का आयोजन बहुत ही भव्य है और किसानों को आर्थिक सशक्तिकरण की तरफ ले जाने वाला है। उन्होंने के.वि.के. में मत्स्य पालन की आदर्श इकाई के स्थापना पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों को इससे तकनीकी कौशल विकसित करने में सहायता मिलेगा। तकनीकी सत्र में राष्ट्रीय मत्स्य आनुवांशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ के वैज्ञानिक डॉक्टर मोनिका गुप्ता, डॉक्टर राघवेंद्र सिंह, डॉक्टर विकास साहू एवम डॉक्टर अमित सिंह बिष्ट ने वैज्ञानिक मछली पालन के विभिन्न आयामों पर विस्तृत जानकारी किसानों से साझा किया। मंच संचालन के.वि.के. के प्रसार वैज्ञानिक डॉक्टर राहुल सिंह ने किया। केंद्र के कार्यक्रम में पंजीकृत अनुसूचित जाति के पचास किसानों को कृषि आदान के रूप में आइस बॉक्स, मछली आहार इत्यादि वितरित किया गया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर श्रीप्रकाश, डॉक्टर मनीष, डॉक्टर प्रतीक्षा, डॉक्टर अमितेश, प्रक्षेत्र प्रबंधक राणा पियूष, अरविंद गौतम, देवमणि, अशोक, शिवानी सहित प्रगतिशील किसान शीतला प्रसाद, कमलेश सिंह सहित लगभग  आठ दर्जन किसान शामिल हुए।

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