उत्पादन में 19.78 तो वहीं प्रेषण में दर्ज की 16 प्रतिशत की शानदार वार्षिक वृद्धि
सोनभद्र, सिंगरौली/ नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान अपने प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए दूसरी तिमाही के खत्म होने तक कोयला उत्पादन, प्रेषण व अधिभार तीनों ही श्रेणियों में शानदार उपलब्धियां हांसिल की हैं । चालू वित्त वर्ष 2022-23 के सितंबर माह तक कंपनी ने 64 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में एनसीएल द्वारा किए गए 53.44 मिलियन टन कोयला उत्पादन से 19.78 प्रतिशत अधिक है। यह सितंबर माह तक निर्धारित लक्ष्य 57.84 मिलियन टन का 110.66 प्रतिशत है ।
कोयला प्रेषण में भी कंपनी ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 में अभी तक शानदार प्रदर्शन किया है । एनसीएल ने अप्रैल 2022 से सितंबर 2022 तक कोयला उपभोक्ताओं को 66.82 मिलियन टन कोयला प्रेषित किया है जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुक़ाबले 16.10 प्रतिशत अधिक है ।
यह सितंबर माह तक निर्धारित कंपनी के कोयला प्रेषण लक्ष्य 59.90 मिलियन टन का 111.55 प्रतिशत है ।
बिजली घरों को सुनिश्चित की निर्बाध कोयला आपूर्ति
कोविद त्रासदी के उपरांत अचानक से बढ़ी ऊर्जा जरूरतों के अनुरूप एनसीएल बिजली घरों को निर्बाध व लक्ष्य से अधिक कोयला आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है । सितंबर माह तक कंपनी ने बिजली घरों को 60.80 मिलियन टन कोयला भेजा है जो कुल कोयला प्रेषण का 91 प्रतिशत है।
अधिभार हटाव में दर्ज की भारी बढ़त
खुली खदानों में अधिभार हटाव कोयला उत्पादन की प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण चरण है और यह लंबे समय तक कोयला उत्पादन की प्रक्रिया को सुचारु ढंग से चलाने में अहम भूमिका निभाता है । इसी को ध्यान में रखते हुए एनसीएल ने इस श्रेणी में भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 31.62 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ 207.41 मिलियन क्यूबिक मीटर अधिभार हटाया है । चालू वित्त वर्ष में एनसीएल को 410 मिलियन क्यूबिक मीटर अधिभार हटाने का लक्ष्य दिया गया है। इतनी बड़ी मात्रा में अधिभार हटाने एवं कोयला उत्पादन करने के चलते एनसीएल देश की सबसे बड़ी खनन कंपनियों में शुमार है । सीएमडी एनसीएल श्री भोला सिंह व कार्यकारी निदेशक मण्डल ने समस्त एनसीएल कर्मियों को इस शानदार उपलब्धि पर बधाई दी है और विश्वास जताया है कि कंपनी इस वर्ष भी समय से पहले व लक्ष्य से अधिक उत्पादन व प्रेषण सुनिश्चित कर देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता में अहम भूमिका निभाएगी ।
गौरतलब है कि एनसीएल कोल इंडिया लिमिटेड(सीआईएल) कि अग्रणी अनुषंगी कंपनी है और एमपी के सिंगरौली और यूपी के सोनभद्र जिलों में स्थित अपनी 10 अत्यधिक मशीनीकृत ओपनकास्ट खदानों से सालाना 122 मिलियन टन से अधिक कोयले का खनन कर रही है।