मानक की अनदेखी कर हो रहे अन्त्येष्टि स्थल के निर्माण के विरोध में बी के यू,टिकैत  ने की पंचायत

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चंदौली । क्षेत्र के उतरवत में प्रशासन के  द्वारा  मानकों और नियमों के विपरीत हो  रहे अन्त्येष्टि स्थल के निर्माण के विरोध में, जल्द से जल्द कार्य रुकवाने के लिए  भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) द्वारा निर्माण स्थल पर  ग्रामीणों के साथ एक  विरोध पंचायत का आयोजन किया गया। बी के यू टिकैत के मंडल प्रवक्ता मणि देव चतुर्वेदी ने बताया कि किसी भी अन्त्येष्टि स्थल के निर्माण के लिए एक शासनादेश (प्रोटोकॉल) तय किया गया है। अन्त्येष्टि स्थल उस जगह बनता है,जहां पहले से ही अन्त्येष्टि की क्रिया कर्म चली आ रही हो। स्थल के आसपास बारह महीने चलता हुवा पानी हो।स्थल के आसपास खेत नही होना चाहिए, सुरक्षित स्थान। होना चाहिए,रिहायशी इलाके से दूर होना चाहिए,किसी सार्वजनिक स्थान से दूर हो,जबकि खेल के मैदान के पाश बन रहा है।ऐसी मानकों की अनदेखी कर,गांव वालों को अंधेरे में रखकर कथित अन्त्येष्टि स्थल का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जो कि शासनादेश के विरुद्ध है। इस कथित निर्माण को लेकर  जिलाधिकारी  को ज्ञापन देकर सूचित भी  किया गया था। परन्तु अभी तक इस मामले में कोई ठोस कार्यवाही न होकर,कागजों में सिर्फ लीपापोती की जा रही है। जिससे गांव के किसान क्षुब्ध है। इसको लेकर ग्रामीणोँ में रोष ब्याप्त है।

जिलाध्यक्ष संतीश सिंह चौहान ने कहा कि गांव वालों को भ्रमित कर,प्रस्ताव पास करा लिया गया। इसमें अधिकारी सरासर मनमानी कर,  येन केन प्रकारेण अंत्येष्टि स्थल का निर्माण करवाकर,अपना पीठ थपथपवाने को लालायित  नजर आ रहें है। गांव के लोगों के समस्या से अधिकारियों को कोई लेना देना है। किसान मजदूरों की हित की बात सिर्फ हवा हवाई ही हो रही है। किसानों से डस्ट मशीन चलाने के नाम पर  डीजल मंगवाया जा रहा है,बोरे सिलाई के लिए सुतली मंगवाई जा रही है, किसानों से  तौलने के नाम पर ज्यादा धान कमीशन के तौर पर लिया जा रहा है,पल्लेदारी निर्धारित दर से ज्यादा  वसूली जा रही है।बिचौलियों की क्रय केंद्रों पर भरमार है। सुबह से शाम तक बिचौलिए सेंटरों पे डटे रहते है। ये सब प्रशासन के नाक के नीचे हो रहा है।शिकायत करने पर प्रशासन अनियमितता बरतने वाले अधिकारी पर कार्यवाही करने से कतरा रहे है। सिर्फ किसानों की हित की बात बयानबाजी तक ही सीमित है। जिला उपाध्यक्ष छोटे लाल चौहान ने कहा कि इस बार भी खाद की समुचित मात्रा में किसानों को खाद उपलब्ध करने के दावों की कलई खुल चुकी है। खाद में भी बिचौलियों की चांदी कटवाई गयी। लगता है कि प्रशासन द्वारा शासन की  नीतियों में बिचौलियों की अहम भूमिका अदा करवाई जा रही है।पंचायत में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि किसानों के हित के लिए यूनियन सड़क से संसद तक संघर्ष करेगी। जल्द ही अन्त्येष्टि स्थल का निर्माण कार्य  नहीं रोका गया और धान खरीद में  अनियमितता  बरतने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गई तो यूनियन लंबे संघर्ष की तरफ बढ़ेगा। 23 दिसम्बर को विज्ञान भवन,चन्दौली में होने वाली किसान दिवस की रणिनीति की रूपरेखा भी तैयार की गई। पंचायत को  खिचडू चौहान, भोलई चौहान,संजय पाठक, पारसनाथ मैर्या, गौरीशंकर विश्वकर्मा, चौथी पासवान, डॉक्टर विमलेश मौर्या, राजेन्द्र गुप्ता आदि आदि लोगों ने संबोधित किया। पंचायत में चंद्रशेखर बागी,रामप्यारे सिंह,नूर मोहम्मद,मुंन्ना बाबा,दीपू कुमार, अमित कुमार, वंशराज मौर्या आदि आदि उपस्थित रहे। पंचायत का संचालन मणि देव चतुर्वेदी और अध्यक्षता पूर्व प्रधान बचानू बिंद ने किया।

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