“यह एमओयू हमारे समाज की युवा पीढ़ी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है-समीरन दत्ता
धनबाद।भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) ने आज दो महत्वपूर्ण मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, जिनका उद्देश्य युवाओं को कौशल विकास और रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
पहला एमओयू: बीसीसीएल और सिपेट रांची
पहले एमओयू के अंतर्गत, बीसीसीएल ने सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट) रांची के साथ अनुबंध किया है। इस अनुबंध के तहत, 200 अभ्यर्थियों को प्लास्टिक अभियांत्रिकी की शिक्षा दी जाएगी। इस कार्यक्रम का कुल खर्च 170 लाख रुपये आएगा, जो बीसीसीएल द्वारा वहन किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य प्लास्टिक इंजीनियरिंग के क्षेत्र में युवाओं को प्रशिक्षित करना और उन्हें उद्योग में रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
दूसरा एमओयू: बीसीसीएल और सेंट्रल टूल रूम कोलकाता
दूसरे एमओयू के अंतर्गत, बीसीसीएल ने सेंट्रल टूल रूम कोलकाता के साथ समझौता किया है। इस अनुबंध के तहत, 75 अभ्यर्थियों को सीएनसी वेल्डिंग, मिलिंग, टर्निंग आदि कोर्सेज में प्रशिक्षित किया जाएगा। यह पहल युवाओं को आधुनिक विनिर्माण तकनीकों में दक्ष बनाने और रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गई है।
एमओयू हस्ताक्षर समारोह के दौरान बीसीसीएल की तरफ से अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक समीरन दत्ता, निदेशक (कार्मिक) मुरली कृष्ण रमैया, महाप्रबंधक विद्युत साहा एवं उनकी टीम उपस्थित रही। सिपेट की ओर से डिप्टी डायरेक्टर और कोलकाता सेंट्रल टूल रूम की तरफ से सीनियर मैनेजर ट्रेनिंग अर्जुन विश्वास ने भी इस महत्वपूर्ण अवसर पर उपस्थिति दर्ज कराई।
इस अवसर पर बीसीसीएल के अध्यक्ष समीरन दत्ता ने कहा, “यह एमओयू हमारे समाज की युवा पीढ़ी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारे प्रयास युवाओं को उच्चतम गुणवत्ता की शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने और उन्हें रोजगार योग्य बनाने के लिए हैं।”बीसीसीएल का यह प्रयास उनके समाज के प्रति दायित्व(सीएसआर) और युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस एमओयू से कई युवाओं को अपने करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।