*इनकी महिमा अनंत एवं विराट से भी अधिक है- कांची कामकोटि के प्रधान पुजारी*
*महाविद्याओं के अनुष्ठान शीघ्र ही अपने चमत्कार प्रकट कर दिया करते हैं-नटराज शास्त्री*
वाराणसी। भिन्न भिन्न देवता भिन्न भिन्न युगों में पृथक पृथक उपासना पद्धतियों से साधकों को अभीष्ट प्रदान किया करते हैं। लेकिन चारों युगों में सदैव ही मूलभूत रूप से सम्पूर्ण संतुष्टि सामर्थ्य और सिद्धि प्रदान करने की क्षमता केवल दस महाविद्याओं में ही है। इनकी महिमा अनंत एवं विराट से भी अधिक है। यही कारण है कि महाविद्याओं के अनुष्ठान शीघ्र ही अपने चमत्कार प्रकट कर दिया करते हैं।
उपर्युक्त बातें बुधवार को धर्म संघ दुर्गाकुंड वाराणसी में श्री दस महाविद्या यज्ञ (विश्व शांति हेतु) राइप अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक न्यास परिषद् बनारस द्वारा आयोजित कार्यक्रम के प्रेस कांफ्रेंस में कांची कामकोटि के प्रधान पुजारी श्री नटराज शास्त्री एवं महामंडलेश्वर प्रकाशा नंद जी ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दस महाविद्याओं में काली प्रथम हैं। महाभागवत के अनुसार महाकाली ही मुख्य हैं। और उन्ही के उग्र और सौम्य रूप धारण करने वाली दस महाविद्याएं हैं। इनकी उपासना से ही विश्व का कल्याण होता है। इसी परिप्रेक्ष्य में विश्व की धार्मिक एवं सांस्कृतिक राजधानी काशी में दिनांक १६ जून २०२३ से २५ जून २०२३ तक कार्यक्रम आयोजित है। १६ जून को श्री काली महाविद्या हवन, १७ को श्री तारा महाविद्या हवन, १८ जून को श्री ललिता महाविद्या हवन१९ जून को श्री भुवनेश्वरी महाविद्या हवन, २० जून को श्री भैरवी महाविद्या हवन, २१ जून को श्री छिन्नमस्ता महाविद्या हवन, २२ जून को श्री धूमावती महाविद्या हवन, २३ जून को श्री बगलामुखी महाविद्या हवन, २४ जून को श्री राजमातंगी महाविद्या हवन, २५ जून श्री मां कामाख्या महाविद्या हवन। और पूर्णाहुति होगी। प्रतिदिन प्रातः ७:३० बजे से प्राणायाम एवं जपम, प्रातः १० बजे से हवन, ११:३० बजे से कन्या पूजन, स्वास्त्री और वधू पूजन, १२:३० बजे से पूर्णाहुति, दोपहर ३ बजे से सांय ६ बजे तक कथा एवं एक एक महाविद्या के ऊपर विशिष्ट विद्वानों द्वारा व्याख्यान तथा भजन का कार्यक्रम होगा। सांय ६ बजे से ललिता सहस्रनाम कालगामाला और श्री ललिता तिष्ठती, सांय ७ बजे पुष्पम मंत्र और आरती। प्रतिदिन दोपहर १२ से ०३ भंडारा एवं रात्रि आरती के बाद प्रसाद वितरण। कांचीपुरम से ५१ पुजारी एवं ५० सहायकों का दल आज आ गया है। इन्ही के नेतृत्व में पूजन एवं हवन संपन्न होगा।
कार्यक्रम में हिमाचल के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, संगठन महामंत्री भाजपा बी एल संतोष भाजपा के राष्ट्रीय संयोजक प्रभारी नूने बतराल, महासचिव अरुण सिंह, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कोशत किशोर राष्ट्रीय महामंत्री, दुष्यंत गौतम, कैलाश विजय वर्गीय, पूर्व उप मुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा, मंत्री रविंद जायसवाल, डॉ दयाशंकर मिश्र दयालु, महापौर अशोक तिवारी, उप लोकायुक्त, दिनेश सिंह, मालिनी अवस्थी, आदि लोग सम्मिलित होंगे। कार्यक्रम में सुमेरू पीठाधीश्वर नरेंद्रानंद सरस्वती, जगतगुरु विधा भास्कर जी, धर्मसंघ पीठाधीश्वर शंकर देव चैतन्य ब्रम्हचारी, महामंडलेश्वर संतोष दास (सतुआ बाबा जी सहित संत महात्माओं का आगमन रहेगा। प्रेस वार्ता में राईप अंतरराष्ट्रीय न्यास परिषद् बनारस के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक बिजेंद्र कुमार मिश्र, अध्यक्ष डॉ कमलेश झा, कार्यालय प्रभारी सतीश चंद्र मिश्र, धर्मसंघ सचिव जगजीतन पांडेय, भुवनेश्वर द्विवेदी उर्फ बाबा, आशुतोष कुमार पाठक, डा० सचिन मिश्रा, मीडिया प्रभारी गुंजन नंदा रहे।