प्रयागराज। बालिका सशक्तिकरण अभियान की प्रतिभागी बालिकाओं के अकादमिक ज्ञान के स्तर को मापने के उद्देश्य से एनटीपीसी ऊंचाहार में बेसलाईन सर्वे का आयोजन किया गया। इस सर्वे में आसपास के गांवों के विद्यालयों की 61 अभ्यर्थी बालिकाओं ने भाग लिया और हिंदी, इंग्लिश, गणित व सामाजिक विज्ञान सहित कम्प्यूटर व पर्यावरण संरक्षण आदि विषयों पर आधारित विभिन्न प्रश्नों का बेबाकी से उत्तर दिया। इस सर्वे का उद्देश्य इस वर्ष आयोजित होने वाली बालिका सशक्तिकरण अभियान कार्यशाला हेतु बालिकाओं के ज्ञान के स्तर को मापते हुए तत्संबंधी एक माह हेतु कौशल विकास का विषयवस्तु तैयार करना है।
परियोजना की मानव संसाधन प्रमुख रूमा दे शर्मा ने प्रतिभागी बालिकाओं से संवाद करते हुए कहा कि किसी भी बालिका में आगे बढ़ने की असीम संभावनाएं होती हैं। एनटीपीसी के द्वारा यह मंच आप सबको उपलब्ध कराकर उस छिपी हुई प्रतिभा को निखारने तथा आप सभी का भविष्य संवारने की भावना से एनटीपीसी कार्य कर रही हैं, आप सभी बालिकाएं इस कार्यशाला का भरपूर लाभ उठाएं।
इस अवसर पर उपमहाप्रबंधक (मानव संसाधन) डॉ. दिशा अवस्थी, प्रबंधक (नैगम सामाजिक दायित्व) स्नेहा त्रिपाठी सहित सीएसआर व एचआर के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि बालिका सशक्तिकरण अभियान की इस वर्ष की कार्यशाला 14 मई से आरम्भ होगी, जिसमें आसपास के गांवों की लगभग 120 बच्चियां भाग लेंगी। प्रतिभाग करने वाली इन सभी बच्चियों को एक माह का आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिसमें उन्हें शैक्षणिक ज्ञान के साथ-साथ कौशल विकास प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इस कार्यशाला के दौरान बच्चियों को कम्प्यूटर साक्षरता, आर्ट एंड क्राफ्ट, गीत-संगीत, ड्राइंग-पेंटिंग के अलावा लाइफ स्किल्स आदि का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। नन्हीं बच्चियों के लिए ये कार्यशाला उत्साह का विषय बनी रहती है। एक माह इस कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद बच्चियां कार्यशाला छोड़कर जाना नहीं चाहती हैं।