बीजपुर । एनटीपीसी रिहंद, धन्वंतरि चिकित्सालय द्वारा किशोरावस्था में मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम का आयोजन इंद्रधनुष प्रेक्षागृह में हुआ, जिसमें सेंट जोसेफ स्कूल, केन्द्रीय विद्यालय और डीएवी स्कूल के किशोरों के बीच मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को समझने और संबोधित करने की आवश्यकता पर ध्यान आकर्षित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि परियोजना प्रमुख (रिहंद) पंकज मेदीरत्ता एवं विशिष्ट अतिथि अध्यक्षा वर्तिका महिला मण्डल समिति श्रीमती अनीता मेदीरत्ता ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया। अपने सम्बोधन में परियोजना प्रमुख नें कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए बचपन और किशोरावस्था जीवन के महत्वपूर्ण चरण हैं। यह वह समय होता है जब मस्तिष्क में तेजी से वृद्धि और विकास होता है। बच्चे और किशोर संज्ञानात्मक और सामाजिक-भावनात्मक कौशल प्राप्त करते हैं जो उनके भविष्य के मानसिक स्वास्थ्य को आकार देते हैं और समाज में वयस्क भूमिका निभाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। तथा उन्होने सभागार में उपस्थित बच्चों से आग्रह किया कि वे किसी भी समस्या को अपने बड़ो, माता-पिता, शिक्षकों एवं साथीगणों से जरूर साझा करें।
कार्यक्रम में वक्ता के रूप में डॉ. प्रभात कुमार, पॉपुलर अस्पताल, वाराणसी के प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ, उन्होंनें किशोर मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों की जटिलताओं पर प्रकाश डाला। डॉ. प्रभात की विशेषज्ञता और आकर्षक शब्दों ने किशोरों को इस महत्वपूर्ण मुद्दे की व्यापक समझ प्रदान की। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता और शिक्षा को बढ़ावा देना था।
इस जागरूकता कार्यक्रम ने चर्चा के लिए एक खुले मंच के रूप में कार्य किया, जिसमें बच्चों नें अपने सवाल डॉ. प्रभात से पूछे जिसका उत्तर डॉ. प्रभात नें बहुत ही सहजतापूर्वक दिया। यह कार्यक्रम किशोरों की भलाई सुनिश्चित करने और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने में मददगार साबित हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से महाप्रबंधक (परियोजना) पीबी परांजपे, महाप्रबंधक (अनुरक्षण) राजेश नारायण सिन्हा, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) जाकिर खान, सीएमओ (रिहंद) डॉ.मोनिषा कुलश्रेष्ठा, वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. तन्मय मिश्रा, वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. प्रद्युमन, वरिष्ठ सदस्या, वर्तिका महिला मण्डल समिति श्रीमति हिमागौरी परांजपे आदि उपास्थि रहे।