चन्दौली रंग महोत्सव के समापन के साथ विजेताओं को पुरस्कार वितरित 

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 चन्दौली।पं0दीन दयाल उपाध्याय नगर मुगलसराय. नगर पालिका इन्टर कालेज में चल रहे तीन दिवसीय चन्दौली रंग महोत्सव के अन्तिम निशा  मे  मध्य रात्रि के बीच अस्मिता नाटय संस्थान के तरफ से बिजयी प्रतिभावान प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरित किया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए रतन लाल श्रीवास्तव ने मॉ सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यापर्ण करके कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि जनपद मे एक पहचान इस बार संस्था की बनी हुई है जो कि सांस्कृतिक बिरासत को सम्हाल कर रखे हुए है। नही तो मोबाइल युग मे यह परम्परा छोटे शहरो मे लगभग लुप्त है। आज सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है।

.मुख्य अतिथि डा0.ए०के० सिंह ने कहा कि जरूरत ही आविष्कार की जननी है. प्रमाणित है कि जब जब जिस चीज की आवश्यकता महसूस हुई है  तब तब उस चीज को लोगों ने हासिल करने की कोशिश की हैं कुछ काम्याबी के शिखर पर गए कुछ नाकाम्याब हो कर  गुमनाम हो गए !आज के समय में  कलाकारों का भी यही हाल है.रंगमंच एक ऐसा माध्यम है कि हम नाटको  को माध्यम बना कर बहुत सी बात कह सकते हैं।विशिष्ट अतिथि ड0जी0 के0पाण्डेय ने कहा कि मै इस संस्था से लगभग 8 वर्षो से जुड़ा हुआ हूॅ आज पच्चीसवे वर्ष मे संस्था इस महोत्सव को कम संसाधन मे करा रही है  बधाई .इतने दूर से जो कलाकार आ रहे है सरकार ने जिनका कोरोना काल से कन्नशेसन पास बन्द कर रखा है।

जरा सोचिये कलाकार क्या करे कैसे कला का बिस्तार होगा ईस दिशा मे कुछ ठोस कदम उठाना होगा.  डा0 उमाशरण ने कहा कि. भाषाई  आदान प्रदान और आंदोलन का एक माध्यम रंगमंच भी है ।गॉव गिराॅव मे जब सरकार को भी अपनी बात कहनी होती है तब वह  नुक्कड़ नाटक का सहारा लेती है .चन्द्रेश्वर जायसवाल ने कहा किनगर मे आज कलाकारों का अनुसरण करते हुए हमे भी सार्थक कार्य करना चाहिए जो इतनी गरमी मे अपने कला का प्रदर्शन करने हमारे जनपद मे आये है। .दिलीप जायसवाल ने कहा कि मित्रवत व्यवहार पर कलाकार इतनी दूर से चलकर आ रहे हैउनका मान सम्मान बना रहे ताकि हम जनपद वासियो को स्वस्थ मनोरंजन मिलता रहे उसके बाद निणार्यक मंडल व आ़योजक के तरफ से पुरस्कार बॉटने का कार्य  आरम्भ हुआ . सर्व प्रथम सेमी क्लासिकल के लिए सोनाली बन्छोर को प्रथम पुरस्कार  और क्लासिकल नृत्य के लिए आराध्या बरूवा को प्रथम पुरस्कार दिया गया नाटकों मे अध्यक्षीय पुरस्कार पॉचवे स्थान पर  संदेश सांस्कृतिक मंच फिरोजाबाद का नाटक फंदी,चौथे स्थान पर मणीपुर का नाटक मोखुईबू जिवानी  तीसरे स्थान पर मणिपुर की नाटक चिन्गी थारो दूसरे स्थान पर जान्हवी सांस्कृतिक चक्र कोलकाता का ग्रेनाइट और पहले स्थान पर आजमगढ का नाटक बृक्ष वाटिका रामायण रहा। .मुख्य दौर मे नाटक मे पांचवें स्थान पर तक्षशिला असम का नाटक पुनः प्रतिग्या चौथे स्थान पर सन्द्ररेभी चाईसा मणिपुर का नाटक ,तीसरे स्थान पर शिवायु ड्रामेटिक सोसाईटी का नाटक रिहर्सल  , दूसरे स्थान पर रंग श्री पटना की संस्था का नाटक आखरी रंग पहले स्थान पर मणिपुरी का नाटक लम्बदाई पुंग रहा ।

व्यक्तिगत पुरस्कार मे निर्देशन के लिये प्रथम एल खान्दोम्बी को नाटक लम्बदाई पुंग के लिए मिला। दूसरा और तीसरा पुरस्कार क्रमश प्रेम राज बर्मा व आयुष चन्द्र मौर्य को मीला सर्व श्रेष्ठ अभिनेता एल खोनदुम्बी श्रेष्ठ अभिनेता -बेलादुती दास

श्रेष्ठ अभिनेत्री -रितीका घोस सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री एस रोशनी सह अभिनेता प्रथम सिमरन जीत सिंह सह अभिनेता द्वितीय लाल दुत्ता चरित्र अभिनेता प्रथम -प्रेम राज बर्मा .चरित्र अभिनेता द्वितीय -शंहनशाह खान चरित्र अभिनेत्री प्रथम -डा0 अरुरीमा बरूवा चरित्र अभिनेत्री द्वितीय एल बिजेया  .सह अभिनेत्री प्रथम- जेसिका सह अभिनेत्री द्वितीय अल्पना चौधरी हास्य कलाकार प्रथम -शिवम पाण्डेय हास्य कलाकार द्वितीय -एम माग्लेम्बी बाल कलाकार प्रथम -लीसा बाल कलाकार द्वितीय -रूबन दास .सर्वश्रेष्ठ खलनायक प्रथम -मानिहाम्बी  श्रेष्ठ खलनायक द्वितीय -शुभा रानी सर्व श्रेष्ठ खलनायिका प्रथम -काजल सर्वश्रेष्ठ खलनायिका द्वितीय रीता देवी रही वही टेक्निशियन डिपार्टमैंट मे रूप सज्जा नाटक चिन्गी थारो को प्रथम  ग्रेनाइट नाटक को द्वितीय पुरस्कार मंच सज्जा मे नाटक रिहर्सल को प्रथम और नाटक आखरी रंग को द्वितीय  पुरस्कार मिला ।

.प्रकाश व्यवस्था के लिए नाटक ग्रेनाइट को प्रथम व ऩाटक आखरी रंग को द्वितीय पुरस्कार मिला ।भेषभूषा  के लिए नाटक चिन्गी थारो को प्रथम व नाटक लम्बदाई पुंग को द्वितीय संगीत के लिए नाटक पुनः परतिग्या को मिला आलेख के लिए  चिराग मेहता को प्रथम  आयुष चन्द्र मोर्या को द्वितीय पुरस्कार मिला लोक नृत्य मे तृतिय. बिजय कसारी द्वितीय कटरीना और प्रथम काजल चुंग को मिला रंग जुलुस मे तृतीय पुरस्कार हुनर संस्था आजमगढ़ को द्वितीय पुरस्कार मणिपुर को प्रथम पुरस्कार जान्वही सास्कृतिक चक्र व ज्योति कान्वेंट स्कूल को मिला सर्वोच्च दर्शक पुरस्कार कुमार शौर्याऩ्श को मिला कार्यक्रम के समापन पर अध्यक्षता कर रहे डा0.राजकुमार गुप्ता ने कहा कि आज सुलझे हुए कलाकार हमारे  बीच  है जिससे कि हम सर्वोच्च  मनोरंजन का आशा करते हैसंस्था लगातार प्रयास करती है कि आलोचनाओं के बीच भी कला संस्कृति को बचाए कार्यक्रम आयोजक बिजय कुमार गुप्ता ने आए हुए कलाकारो को धन्यवाद दिया जो कि जनपद मे आये और अपने कला का प्रदर्शन किया साथ ही अपने प्रायोजको सहयेगियो और निर्णायक मंडल को भी धन्यवाद दिया ,कार्यक्रम सफल बनाने मे निक्की गुप्ता राजेश गुप्ता संजीवन यादव बिवेक चौहान बिपिन अग्रहरि देवेस महाराज राजू एक्टर अशोक शनीच्चर रहे । कार्यक्रम का संचालन प्रमोद अग्रहरि  ने किया।

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