आखिरश गुरूर सबका टूटता है एक दिन, हम ज़मीं को देखते हैं आसमाॅ होने के बाद……..

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 आज मीडिया की पहुंच गाॅवों तक हो गई है छोटी-छोटी खबरें भी छुपाना कठिन – धर्मेंद्र सिंह एमएलसी

 ( चंदौली जनपद का प्रथम प्रकाशन गाॅव गिराॅव हिंदी दैनिक के 18 में स्थापना दिवस पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन)

 बबुरी, चन्दौली । आज मीडिया के विभिन्न माध्यमों से कोई भी कोना अछूता नहीं है प्रिंट, इलेक्ट्रानिक और सोशल मीडिया का दायरा तेजी से बढ़ा है। गांव गिराॅव की छोटी बड़ी खबरें सरकार ,प्रशासन के पास पहुंचने में देर नहीं लगती। उक्त विचार विधान परिषद सदस्य धर्मेंद्र सिंह ने गाॅव गिराॅव समाचार समूह के 21वें व हिंदी दैनिक संस्करण के 18 में स्थापना दिवस पर व्यक्त करते हुए कहा कि समाज के आखिरी व्यक्ति के जीवन को ऊंचा उठाने का काम डबल इंजन की सरकार कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सबका साथ सबका विकास का नारा फलीभूत हो रहा है।

उन्होंने कहा कि चन्दौली जिले के इतिहास में गाॅव गिराॅव दर्ज हो गया है। जब भी कभी रचनात्मक क्षेत्र में योगदान की चर्चा होगी गाॅव गिराॅव का नाम लिया जायेगा। उन्होंने कविता के माध्यम से अटल जी को याद किया।

पूर्व एमएलसी अरविन्द सिंह ने कहा कि इस जिले के इतिहास में गाॅव गिराॅव दर्ज हो गया है। समाज की मुखर आवाज होती है पत्रकारिता, जिसे दबाने का काम हो रहा है।

बबुरी स्थित फिल्म सिटी मैरिज लॉन में आयोजित स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ माॅ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, तदुपरान्त मुख्य अतिथि विधान परिषद सदस्य धर्मेंद्र सिंह विशिष्ट अतिथि पूर्व एमएलसी अरविंद सिंह का अंग वस्त्रम स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मान किया गया।  

समाज में अतुलनीय योगदान के लिए मुख्य अतिथि विशिष्ठ अतिथि के हाथों स्विप आइकॉन राकेश रोशन, चिकित्सक डॉक्टर संजय यादव, पत्रकार ओंकारनाथ, शिक्षा क्षेत्र में योगदान के लिए राजकुमार जायसवाल, पूर्व प्रधान बसंत गुप्ता बबुरी, संजय सिंह प्रधान जगदीशपुर, शमशेर सिंह राणा प्रधान सोता, समाज सेविका अनिता कुशवाहा मुगलसराय को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया ।

सम्मान समारोह के बाद अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का शुभारंभ हुआ जिसमें कविता पाठ का शुभारंभ सरस्वती वंदना से करते हुए कवयित्री पूनम श्रीवास्तव ने अपने हिस्से का कविता पाठ करते हुए सुनाया “चाहे जो कुछ कहो मान जाएंगे हम शीश सीमा पर हंस-हंस कटायेगे हम”। युवा कवि सर्वेश मिर्जापुरी ने “मन से टूटे हुए पांडवों की तरह, हम तो चौसर पर हारे हुए लोग हैं” सुनाया।मंच को ऊंचाइयां प्रदान करते हुए लिटिल विश्वास ने “जहां तितली के झूमे पर कहीं मकरंद बन जाऊं, कबीरा सा पिरो लो हमें तो चांद बन जाऊं” सुनाया ।

वर्तमान पारिवारिक वातावरण पर प्रहार करते हुए नामचीन शायर अहमद आदमी ने “मां-बाप मशक्कत से जिस घर को बनाते हैं, बेटे उसी आंगन में दीवार उठाते हैं “सुनाकर भाव विभोर कर दिया। पंडित धर्म प्रकाश मिश्रा ने कौन कहता है गिद्ध भारत से लुप्त हो गए, पेड़ों के बजाय कुर्सियों पर पाए जाते हैं” सुनाकर राजनीति पर प्रहार किया। 

युवा कवयित्री श्रुति श्रीवास्तव ने “किसी भी दिन कभी तो ऐसी शाम हो जाए, तुम्हारा हर समय हर पल तो मेरे नाम हो जाए” सुना कर श्रोताओं को श्रृंगार रस से सराबोर कर दिया।

 युवा कवि डॉक्टर सुरेश अकेला ने भी श्रृंगार के गीत गाकर चार चांद लगा दिया उनकी कविता “कभी वह मुझको याद तो करती होगी, तसव्वुर को आबाद करती तो होगी” सुनाकर खूब तालियां बटोरी। ओज के कवि हेमंत निर्भीक की कविता “तिरंगे में लिपट कर देख तेरा यह लाल आया है, नालायक कहती थी जिसको वतन के काम आया है” सुना कर जोश भरने का काम किया। 

अरविंद कौशल की कविता कोई मौका तलाशो खुशी का, कुछ भरोसा नहीं जिंदगी का ” खूब सराही गई । युवा कभी रोहित पांडे ने अपनी चीर परिचित रचना ” रचना पहले शर्माती थी अब दहाड़ती है मगर, साहब मेरी पत्नी बहुत मारती है। कवि मंच के कद्दावर कवि दमदार बनारसी ने अपने हिस्से का काव्य पाठ करते हुए पढ़ा “आखिरश गुरूर सबका टूटता है एक दिन, हम ज़मीं को देखते हैं आसमान होने के बाद। श्रोताओं ने इनको वन्स मोर कह कह कर खूब  काव्य पाठ कराया। 

कवि मंच की अध्यक्षता कर रहे गंगा जमुनी तहजीब के शायर सलीम शिवालवी ने “गम ही गम जिसके पास हो जाए, जिंदगी ही उदास हो जाए, ऐसे ऐसे सितम को झेला है, सुरमा बदहवास हो जाए” सुना कर खूब तालियां बटोरी। उनकी ओज की रचनाओं पर श्रोताओं ने उन्हें खूब दाग दी ।देर रात तक कवि सम्मेलन चलता रहा और श्रोता विभिन्न विधाओं के काव्य रस में झूमते रहे। कवि मंच का संचालन प्रशांत बजरंगी ने किया।

 समारोह में सर्वश्री गुरु प्रसाद शुक्ला, अरविंद सिंह, वीरेंद्र बिन्द ,ओंकारनाथ, रविंद्र प्रताप सिंह, महेंद्र गांधी, रोहित वर्मा , प्रभात जायसवाल, सुनील श्रीवास्तव, करुणा पति तिवारी, क्षमानन्द पाठक, मनोज सिंह, मनोज यादव, प्रमोद चौबे, पूर्व जिला पंचायत सदस्य महेंद्र यादव, सुभाष सोनकर, पूर्व प्रधान यशवंत यादव, डॉक्टर सुधीर,अनिल विश्वकर्मा, देवेंद्र प्रताप यादव, विमल कुमार सिंह, रवि जायसवाल, धर्मेंद्र सिंह प्रधान, सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे कार्यक्रम संयोजक आलोक कुमार सिंह कालिदास त्रिपाठी ने अतिथियों का स्वागत किया। आभार प्रकाश संपादक श्रीधर द्विवेदी में व्यक्त किया।

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