अमृत भारत स्टेशन विकास और विरासत दोनों के प्रतीक होंगे-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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प्रधानमंत्री ने देश भर में 553 रेलवे स्टेशनों और 1500 सड़क ओवरब्रिजों/अंडरपासों के पुनर्विकास की आधारशिला/उद्घाटन/राष्ट्र को समर्पित किया इसमें राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 43 स्टेशन और 92 आरओबी/आरयूबी उत्तर रेलवे द्वारा सेवित हैं

नई दिल्ली/ रेलवे को आधुनिक और तेज़ बनाने की एक ऐतिहासिक पहल में,  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अमृत भारत योजना के तहत 553 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास और पूरे भारत में 1500 रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास की आधारशिला /उद्घाटन/राष्ट्र को समर्पित किया। 553 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास/ उद्घाटन/ राष्ट्र को समर्पित करने के कार्यक्रम में, उत्तर रेलवे के कुल 43 रेलवे स्टेशन और 92 आरओबी/आरयूबी शामिल हैं। इस अवसर पर राज्य के लगभग सभी स्टेशनों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। माननीय राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों, गणमान्य व्यक्तियों और अतिथियों ने बड़े उत्साह से इसमे भाग लिया । इस अवसर पर तिलक ब्रिज रेलवे स्टेशन पर आयोजित एक कार्यक्रम में दिल्ली के उपराज्यपाल,  विनय कुमार सक्सेना, विदेश और संस्कृति राज्यमंत्री, श्रीमती मीनाक्षी लेखी, तथा दिल्ली मंडल के मंडल रेल प्रबंधक सुखविंदर सिंह उपस्थित थे।

इस अवसर पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का कार्यक्रम नए भारत की नई कार्य संस्कृति का प्रतीक है। “भारत आज जो कुछ भी करता है, वह अभूतपूर्व गति और पैमाने पर करता है। हम बड़े सपने देखते हैं और उन्हें साकार करने के लिए अथक परिश्रम करते हैं। यह संकल्प इस विकसित भारत विकसित रेलवे कार्यक्रम में दिखाई देता है”, उन्होंने कहा। इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का कार्यक्रम नए भारत की नई कार्य संस्कृति का प्रतीक है। उन्‍होंने कहा, “भारत आज जो कुछ भी करता है, वह अभूतपूर्व तेजी से और बड़े पैमाने पर करता है। हम बड़े सपने देखते हैं और उन्हें साकार करने के लिए अथक परिश्रम करते हैं। यह संकल्प इस विकसित भारत विकसित रेलवे कार्यक्रम में दिखाई देता है।” उन्होंने उस पैमाने का उल्लेख किया जिसने हाल ही में अभूतपूर्व गति प्राप्त की है। उन्होंने अपने पिछले कुछ दिनों के जम्मू और गुजरात कार्यक्रमों का जिक्र किया जहां से उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचे के बड़े पैमाने पर विस्तार की शुरुआत की। इसी तरह, आज भी 12 राज्यों के 300 जिलों में 550 रेलवे स्टेशनों का नवीनीकरण किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में गोमती नगर स्टेशन परियोजना, 1500 से अधिक सड़कों और ओवरब्रिज परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने नए भारत की महत्वाकांक्षा और संकल्प के पैमाने और गति को रेखांकित किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 40,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू हुई। इस अवसर पर उन्‍होंने कुछ महीने पहले अमृत भारत स्टेशन परियोजना की शुरुआत को याद किया, जहां देश में 500 रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने का काम शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम इस संकल्प को और भी मजबूत करता है और भारत की प्रगति की गति की एक झलक प्रदान करता है। प्रधानमंत्री मोदी ने आज की रेलवे परियोजनाओं के लिए लोगों को बधाई दी।

प्रधानमंत्री मोदी ने आज की विकास परियोजना के लिए भारत की युवा शक्ति को विशेष रूप से बधाई दी, क्योंकि वे ही विकसित भारत के वास्तविक लाभार्थी हैं। उन्होंने कहा कि आज की विकास परियोजनाओं से जहां लाखों युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के अवसर पैदा होंगे, वहीं स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी फायदा होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के युवाओं को यह तय करने का अधिकतम अधिकार है कि विकसित भारत कैसे आगे बढ़ेगा। उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से विकसित भारत में रेलवे के सपनों को साकार करने के लिए युवाओं के प्रति आभार व्यक्त किया और विजेताओं को बधाई भी दी। उन्‍होंने युवाओं को आश्वासन दिया कि उनके सपने और कड़ी मेहनत के साथ-साथ प्रधानमंत्री का संकल्प विकसित भारत की गारंटी है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि ये अमृत भारत स्टेशन विकास और विरासत दोनों के प्रतीक होंगे। उन्होंने बताया कि ओडिशा में बालेश्वर रेलवे स्टेशन को भगवान जगन्नाथ मंदिर की थीम पर डिजाइन किया गया है, सिक्किम के रंगपुर में स्थानीय वास्तुकला की छाप होगी, राजस्थान में सांगनेर स्टेशन 16वीं शताब्दी की हैंड-ब्लॉक प्रिंटिंग प्रदर्शित करेगा, तमिलनाडु में कुंभकोणम स्टेशन चोल प्रभाव को प्रदर्शित करेगा, अहमदाबाद स्टेशन मोढेरा सूर्य मंदिर से प्रेरित है, द्वारका स्टेशन द्वारकाधीश मंदिर से प्रेरित है, आईटी सिटी गुरुग्राम स्टेशन आईटी थीम पर आधारित होगा, जिसका अर्थ है कि अमृत भारत स्टेशन उस शहर की विशेषताओं को दुनिया से परिचित कराएगा। उन्‍होंने कहा कि ये स्टेशन दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के अनुकूल होंगे।

पिछले 10 वर्षों में विकसित भारत का निर्माण विशेष रूप से रेलवे में दिख रहा है”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में विकसित भारत का निर्माण विशेष रूप से रेलवे में दिख रहा है। उन्होंने बताया कि जो सुविधाएं कभी दूर की कौड़ी हुआ करती थीं वो पिछले 10 वर्षों में अब वास्तविकता बन गई हैं। उन्होंने वंदे भारत, अमृत भारत, नमो भारत जैसी आधुनिक सेमी हाई-स्पीड ट्रेनों, रेल लाइनों के विद्युतीकरण की तेज गति, और ट्रेनों के अंदर तथा स्टेशन प्लेटफार्मों पर साफ-सफाई का उदाहरण दिया। उन्होंने पहले के हालात से तुलना करते हुए बताया कि कैसे भारतीय रेलवे में मानवरहित फाटक अब आम बात है जबकि रेलवे ओवरब्रिज और अंडरब्रिज ने आज निर्बाध और दुर्घटना-मुक्त आवाजाही सुनिश्चित की है। उन्होंने यह भी बताया कि अब रेलवे स्टेशनों पर भी गरीबों और मध्यम वर्ग को हवाईअड्डों जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज रेलवे नागरिकों के लिए सुगम यात्रा का मुख्य आधार बन रहा है। रेलवे में हो रहे बदलाव पर टिप्पणी करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक रैंकिंग में अर्थव्यवस्था के 11वें से 5वें स्थान पर पहुंचते ही, रेलवे बजट में 10 साल पहले के 45 हजार करोड़ की तुलना में आज 2.5 लाख करोड़ की भारी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, “ज़रा सोचिए जब हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बन जाएंगे तो हमारी ताकत कितनी बढ़ जाएगी। इसलिए, मोदी भारत को जल्द से जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।”

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने खुद को अपने कार्यकाल में घोटाला नहीं होने के कारण पैसे की बचत का भी श्रेय दिया और कहा कि बचाए गए पैसे का उपयोग नई लाइनें बिछाने की गति को दोगुना करने, जम्मू-कश्मीर से पूर्वोत्तर तक नए क्षेत्रों में रेल ले जाने और 2,500 किलोमीटर के समर्पित माल गलियारे पर काम करने में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि करदाताओं का एक-एक पैसा यात्रियों के कल्याण के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से हर रेलवे टिकट पर 50 फीसदी की छूट है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तरह बैंकों में जमा धन पर ब्याज मिलता है, उसी तरह बुनियादी ढांचे पर खर्च किया गया हर पैसा आय और रोजगार के नए स्रोत बनाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि नई रेल लाइनें बिछाने से रोजगार के कई अवसर पैदा होते हैं, चाहे वह मजदूर हो या एक इंजीनियर। उन्होंने कहा कि सीमेंट, स्टील और ट्रांसपोर्ट जैसे कई उद्योगों और दुकानों में भी नई नौकरियों की संभावनाएं बनती हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आज किया जा रहा लाखों करोड़ रुपये का निवेश हजारों नौकरियों की गारंटी है। उन्होंने ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ कार्यक्रम के बारे में भी बात की, जहां स्टेशनों पर लगे हजारों स्टालों के जरिए रेलवे छोटे किसानों, कारीगरों और विश्वकर्मा मित्रों के उत्पादों को बढ़ावा दे रहा है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भारतीय रेलवे सिर्फ एक यात्री सुविधा नहीं है, बल्कि भारत की कृषि और औद्योगिक प्रगति का सबसे बड़ा वाहक भी है। उन्होंने बताया कि तेज ट्रेन से परिवहन में अधिक समय की बचत होने के साथ ही उद्योग की लागत भी कम होगी। इसलिए, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। भारत के आधुनिक बुनियादी ढांचे का श्रेय देते हुए, प्रधानमंत्री ने देश को दुनिया भर में निवेश के लिए सबसे आकर्षक स्थान बताया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन का समापन अगले 5 वर्षों का रास्ता दिखाते हुए किया। उन्‍होंने कहा कि रेलवे में भारी निवेश से जब इन हजारों स्टेशनों का आधुनिकीकरण हो जाएगा तो भारतीय रेलवे की क्षमता बढ़ जाएगी।

 प्रधानमंत्री ने आज जिन रेलवे स्टेशनों का शिलान्यास/उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पण किया इसमें उत्तर रेलवे के बल्लभगढ़, फ़रीदाबाद न्यू टाउन, गोहाना, गुरुग्राम, मुज़फ़्फ़रनगर, मेरठ सिटी जंक्शन, पलवल, तिलक ब्रिज, बैजनाथ पपरोला, मोगा, ब्यास जंक्शन, जलंधर सिटी जंक्शन, श्री माता वैष्णो देवी कटरा, अकबरपुर जंक्शन, बाबतपुर, बादशाहपुर, भरतकुंड, चिलबिला जंक्शन, गौरीगंज, हैदरगढ़, जौनपुर शहर, कानपुर ब्रिज लेफ्ट बैंक, कुंडा हरनामगंज, लालगंज, लंभुआ, लोहता, मल्हौर, मानक नगर, मड़ियाहू, मोहनलालगंज, निहालगढ़, फाफामऊ जं., शिवपुर, श्रीकृष्ण नगर, तकिया, ऊंचाहार जं., व्यासनगर, आंवला, बालामऊ जंक्शन, बुलन्दशहर, गढ़मुक्तेश्वर,कोटद्वार और स्योहारा सहित 43 रेलवे स्टेशन शामिल हैं।

उत्तर रेलवे के 92 आरओबी/आरयूबी में 56 उत्तर प्रदेश में, 17 हरियाणा में, 13 पंजाब में, 04 दिल्ली में, 01 हिमाचल प्रदेश में  और 01 जम्मू-कश्मीर में पड़ते हैं। मंडलवार इनकी संख्या है: लखनऊ – 43, दिल्ली- 30, फिरोजपुर- 10, अंबाला- 07 और मुरादाबाद- 02 ।

मानवयुक्त समपार फाटकों को खत्म करने के लिए रोड ओवर ब्रिज (आरओबी)/अंडरपास का निर्माण किया जाता है और यह भारतीय रेलवे के सभी जोनों में एक सतत प्रक्रिया है। ट्रेन परिचालन में संरक्षा, ट्रेनों की गतिशीलता, सड़क उपयोगकर्ताओं पर प्रभाव, कम भीड़भाड़, बेहतर दक्षता और बढ़ी हुई कनेक्टिविटी आदि के लिए लेवल क्रॉसिंग (एलसी) को खत्म करने को प्राथमिकता दी जाती है।

अमृत भारत स्टेशन योजना दीर्घकालिक दृष्टि से निरंतर आधार पर स्टेशनों के विकास की परिकल्पना करती है। इस योजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों के लिए मास्टर प्लान तैयार करना और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए चरणों में मास्टर प्लान को लागू करना है। विभिन्न ग्रेड/प्रकार के वेटिंग हॉल को क्लब किया जाएगा और अच्छे कैफेटेरिया/रिटेल आदि सहित  सुविधाएं प्रदान की जाएगी । सभी श्रेणियों के स्टेशनों पर उच्च स्तरीय प्लेटफार्म उपलब्ध कराए जाएंगे। सड़कों को चौड़ा करके, अवांछित संरचनाओं को हटाकर, उचित रूप से डिज़ाइन किए गए साइनेज, पृथक  पैदल पथ, सुनियोजित पार्किंग क्षेत्र, बेहतर प्रकाश व्यवस्था आदि द्वारा सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए स्टेशन के पहुंच मार्गों में सुधार किया जाएगा। स्टेशनों पर दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। यह योजना नई सुविधाओं की शुरूआत के साथ-साथ मौजूदा सुविधाओं के उन्नयन और प्रतिस्थापन को पूरा करेगी।

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