मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में आयोजित 25वीं सब जूनियर नेशनल रोइंग प्रतियोगिता-2024 के समापन समारोह
में ओवरआॅल विजेता महाराष्ट्र एवं बालिका व बालक वर्ग में विजेता खिलाड़ियोें को पदक देकर सम्मानित किया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विगत 10 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विज़नरी नेतृत्व में देश में खेलकूद व उससे जुड़ी गतिविधियों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए खेलो इण्डिया, सांसद खेलकूद प्रतियोगिता तथा फिट इण्डिया मूवमेन्ट आदि खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने भी प्रधानमंत्री जी के इस विजन के साथ स्वयं को जोड़ने का कार्य किया है। प्रदेश में भी खेलकूद को बढ़ावा देने की दिशा में अनेक कार्य किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद गोरखपुर के रामगढ़ताल में आयोजित 25वीं सब जूनियर नेशनल रोइंग प्रतियोगिता-2024 के समापन समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने रोइंग प्रतियोगिता का अवलोकन किया तथा प्रतियोगिता में ओवरआॅल विजेता महाराष्ट्र एवं बालिका व बालक वर्ग में विजेता खिलाड़ियोें को पदक देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम अच्छा सोचते हैं, तो हमारी ऊर्जा सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ती है। खेल तथा खेल से सम्बन्धित गतिविधियां समाज के निर्माण तथा राष्ट्र के उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों का हिस्सा बन चुकी हैं। राज्य सरकार ग्राम पंचायतों में खेल के मैदान, विकासखण्ड स्तर पर एक मिनी स्टेडियम तथा जनपद स्तर पर स्टेडियम के निर्माण की कार्यवाही को युद्धस्तर पर आगे बढ़ा रही है। केन्द्र तथा राज्य वित्त से जुड़ी हुई योजनाओं के बारे में प्राथमिकता तय करते समय ग्राम पंचायतों से कहा जाता है कि वह खेल के मैदान तथा ओपन जिम के लिए स्वयं को तैयार करें। खेल स्वस्थ मस्तिष्क तथा शरीर के निर्माण के साथ ही कैरियर को आगे बढ़ने का सशक्त माध्यम भी बनेगा। खेलकूद से जुड़ी गतिविधियों में संलिप्त रहने पर गांवों के बच्चे नकारात्मक दिशा में नहीं जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के रामगढ़ ताल में 25वीं सब जूनियर नेशनल रोइंग प्रतियोगिता-2024 के आयोजन के लिए रोइंग फेडरेशन ऑफ इण्डिया तथा उत्तर प्रदेश रोइंग एसोसिएशन से जुड़े हुए पदाधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि रामगढ़ताल आज से लगभग साढ़े 07 वर्ष पूर्व उपेक्षित था। यह 10 वर्ष पूर्व तक गोरखपुर तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश के अपराध का गढ़ माना जाता था। आज यहां प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामगढ़ ताल लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना है। यह खेलकूद की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के डेस्टिनेशन के रूप में भी उभरा है। इसके किनारे अनेक होटलों का निर्माण हो रहा है तथा कुछ होटल बन चुके हैं। यहां ऑडिटोरियम तथा सर्किट हाउस का निर्माण हो चुका है। फ्लोटिंग रेस्टोरेंट इसके सामने है। पहले इन कार्याें की कल्पना तक नहीं की जा सकती थी। यह गतिविधियां बताती हैं कि अब यहां सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो रहा है।
रामगढ़ ताल को रोइंग प्रतियोगिता के आयोजन तथा प्रशिक्षण के लिए तैयार किया जाएगा। साथ ही, अवसर प्राप्त होने पर प्रदेश के प्रत्येक जनपद में इस प्रकार की झीलें उपलब्ध हो सकती हैं। इसका लाभ रोइंग प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे सभी युवाओं को प्राप्त हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में रोइंग के लिए अनेक सम्भावनाएं हैं। राज्य में झीलों तथा जल संसाधनों की कमी नहीं है। प्रदेश के रोइंग खिलाड़ियों ने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर इस खेल के माध्यम से अपने करियर को आगे बढ़ाया है। जनपद मुजफ्फरनगर निवासी श्री पुनीत कुमार ने एशियन गेम्स 2023 में रजत एवं कांस्य पदक प्राप्त किया था। प्रदेश सरकार द्वारा इन्हें लक्ष्मण अवाॅर्ड के साथ ही खेल कोटे के अन्तर्गत जिला युवा कल्याण एवं प्रादेशिक दल अधिकारी के पद पर नियुक्त किया गया। लखनऊ के निवासी श्री कुदरत अली वर्ष 2005 में लक्ष्मण पुरस्कार से सम्मानित हुए। इन्होंने अनेक अन्तरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में स्वर्ण एवं रजत पदक प्राप्त किया है। वर्ष 2024 के ब्रिक्स गेम्स में इन्होंने भारतीय टीम के प्रशिक्षक के रूप में अपना योगदान दिया। बुलन्दशहर के निवासी श्री अरविंद सिंह ने एशियन गेम्स 2023 में रजत पदक प्राप्त किया। इन्होंने टोक्यो ओलम्पिक में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था।
जनपद सुल्तानपुर के निवासी मोहम्मद आजाद ने एशियन गेम्स 2014 में कांस्य पदक प्राप्त किया था। इन्होंने वर्ष 2023 में चीन में आयोजित पैरा एशियन गेम्स में भारतीय टीम को प्रशिक्षण प्रदान किया था। हापुड़ निवासी लोकेश कुमार ने एशियन गेम्स 2010 में रजत पदक प्राप्त किया। यह वर्ष 2019 में रोइंग एशियन गेम्स में भारतीय टीम के प्रशिक्षक रहे हैं। संत कबीर नगर के निवासी राजेश कुमार ने एशियन गेम्स 2010 में 02 रजत पदक प्राप्त किये। इन्होंने वर्ष 2022 में एशियन चैम्पियनशिप तथा वल्र्ड कप, वर्ष 2023 में एशियन गेम्स तथा वल्र्ड कप में भारतीय टीम के प्रशिक्षक के रूप में कार्य किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओलम्पिक गेम्स के एकल वर्ग में खिलाड़ी द्वारा स्वर्ण पदक जीतने पर 06 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 04 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक पर 02 करोड़ रुपये का पुरस्कार राज्य सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है। राज्य से जुड़े हुए खिलाड़ी को ओलम्पिक में प्रतिभाग करने पर 10 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। ओलम्पिक टीम गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने पर 03 करोड़ रुपये रजत पदक पर 02 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक जीतने पर 01 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुभवी खिलाड़ियों को डेढ़ लाख रुपये प्रतिमाह के मानदेय पर प्रशिक्षक के रूप में नियुक्त किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा पद्म पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ियों को 20 हजार रुपये की राशि प्रतिमाह उपलब्ध करायी जा रही है। अशक्त तथा विपदाग्रस्त राज्य स्तरीय खिलाड़ियों को 04 हजार रुपये, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 06 हजार रुपये तथा अन्तरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 10 हजार रुपये प्रतिमाह की वित्तीय सहायता उपलब्ध करायी जाती है। एकलव्य क्रीड़ा कोष के माध्यम से अब तक 140 खिलाड़ियों को धनराशि उपलब्ध करायी गयी है। मेरठ मंे प्रदेश का पहला खेल विश्वविद्यालय बन रहा है। यह विश्वविद्यालय खेल की गतिविधियों को आगे बढ़ाने का कार्य करेगा।
रोइंग फेडरेशन आॅफ इण्डिया की अध्यक्ष श्रीमती राजलक्ष्मी सिंह देव तथा उत्तर प्रदेश रोइंग ऐसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती रानी पक्षालिका सिंह ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर सांसद रवि किशन व विजय दुबे, विधान परिषद सदस्य व उत्तर प्रदेश रोइंग एसोसिएशन के संरक्षक पवन कुमार सिंह चैहान, एशियाई रोइंग फेडरेशन के उपाध्यक्ष कर्नल सी0पी0 सिंह, महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक फतेह बहादुर सिंह, महेंद्र पाल सिंह, राजेश त्रिपाठी, विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ला, डॉ0 विमलेश पासवान, इं0 सरवन कुमार निषाद, खेल निदेशक डॉ0 आर0पी0 सिंह, प्रतिभागीगण तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।