सोनभद्र।अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के अध्यक्ष अरुण कुमार दुबे द्वारा बताया गया कि मंगलवार को अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ (बीएमएस) के प्रभारी के लक्ष्मा रेड्डी के नेतृत्व में संगठन के अन्य पदाधिकारियों ने किशन रेड्डी , केंद्रीय कोयला मंत्री, भारत सरकार से कोयला मंत्रालय, दिल्ली में मुलाकात की। इस भेंट वार्ता में बीएमएस पदाधिकारियों ने कोयला उद्योग में व्याप्त कई गंभीर समस्याओं को उनके समक्ष उठाते हुए इसके निराकरण के संबंध में विस्तृत चर्चा की।
कोयला उद्योग की जिन गंभीर समस्याओं और उनके निराकरण पर विस्तृत चर्चा हुई, उनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित मुद्दे शामिल थे: . ई पी एस के तर्ज पर सी एम पी एस में भी ₹15,000 वेतन पर भारत सरकार के वित्त मंत्रालय द्वारा 1.16% की दर से निधि का अंशदान दिया जाए।. कोयला उद्योग में कार्यरत ठेका मजदूरों को एचपीसी वेतन, PLR बोनस, जॉब सिक्योरिटी आदि सुनिश्चित कर उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए।. कोयला उद्योग में कार्यरत समस्त कर्मचारियों के सीएमपीएफ को पूर्णरूप से शत-प्रतिशत ऑनलाइन करना, पीएफ से संबंधित एचएफएलडी घोटाले की जांच करना, और कल्याणकारी गतिविधियों में हो रही धांधली की जांच कर पूरी तरह से अंकुश लगाना।. कोयला, डीजल, स्क्रैप चोरी पर रोक लगाना।
खदानों में सुरक्षा नियमों और मानकों के उल्लंघन पर रोक लगाना।
कोयला मंत्री ने चर्चा के दौरान संगठन द्वारा उठाए गए उपरोक्त विभिन्न विषयों पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए इस पर जल्द ही ठोस और निर्णायक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
बीएमएस के कोल प्रभारी के लक्ष्मा रेड्डी के नेतृत्व में हुई इस भेंट वार्ता में प्रमुख पदाधिकारी एबीकेएमएस के अध्यक्ष टिकेश्वर राठौर, महामंत्री सुधीर घुरडे, संगठन मंत्री अशोक मिश्रा, कोषाध्यक्ष आशीष मूर्ति और सुश्री सुष्मिता पटेल शामिल रहे।