उग्र आंदोलन का रूप ले सकता है अधिवक्ताओं का आक्रोश; जय नारायण पांडेय

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सोनभद्र। यूपी बार काउंसिल के उपाध्यक्ष जय नारायण पांडेय एडवोकेट ने प्रदेश भर के विभिन्न जिलों में आए दिन अधिवक्ताओं की गोली मारकर हत्या किए जाने, मारपीट की घटनाओं पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि अधिवक्ताओं का आक्रोश उग्र आंदोलन का रूप ले सकता है। उन्होंने शुक्रवार को मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर एडवोकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू किए जाने एवं अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई की माग उठाई है। उधर इस मांग का अधिवक्ताओं ने समर्थन किया है।

उन्होंने कहा कि बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश अधिवक्ताओं की मातृ संस्था है, जो अधिवक्ताओं के हितार्थ कार्य करती है। प्रदेश भर में विभिन्न जिलों से आए दिन अधिवक्ताओं की गोली मारकर हत्या किए जाने, मारपीट की घटनाएं हो रही हैं, फिर भी अधिवक्ताओं की तरफ से एफआईआर भी दर्ज नहीं किया जाता है। जिसकी वजह से अधिवक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि शासन प्रशासन की ओर से कोई प्रभावी कार्रवाई न किए जाने की वजह से अधिवक्ताओं का आक्रोश उग्र आंदोलन का रूप धारण कर सकता है। इसलिए प्रदेश भर में अधिवक्ताओं के विरुद्ध बढ़ रही अपराधिक घटनाओं के मद्देनजर एडवोकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू किए जाने के साथ ही अपराधिक तत्वों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई कराए जाने का आग्रह किया है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि बगैर यूपी बार काउंसिल से रजिस्ट्रेशन कराए यदि कोई भी अधिवक्ता वेश भूषा धारण करेगा उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। क्योंकि ज्यादेतार घटनाएं भी इन्हीं लोगों की वजह से घटित हो रही है। उधर अधिवक्ताओं ने समर्थन करते हुए एडवोकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू किए जाने के साथ ही अपराधिक तत्वों के विरुद्ध अतिशीघ्र प्रभावी कार्रवाई की मांग उठाई है। समर्थन करने वालों में वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश शरण मिश्र, उमापति पांडेय, राजेश कुमार पाठक, आनंद कुमार मिश्र आदि अधिवक्ता शामिल है।

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