*जनसामान्य के लिए सुबह 11 बजे से सायं 8 बजे तक खुला रहेगा प्रदर्शनी*
*मंत्री रविंद्र जायसवाल एवं दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया उद्घाटन*
*जनकल्याणकारी योजनाओं एवं उपलब्धियों का यह प्रदर्शनी सरकार की जवाबदेही को दर्शाता है-मंत्री रविन्द्र जायसवाल*
*सरकार अपने किये गये वायदे के मुताबिक जनकल्याणकारी कार्यक्रमों में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है-मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’*
वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार की एक वर्ष की उपलब्धियो पर आधारित “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” विषयक चौकाघाट स्थित सांस्कृतिक संकुल में आयोजित भव्य चित्र प्रदर्शनी का उदघाटन शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रविंद्र जायसवाल एवं आयुष एवं खाद्य सुरक्षा दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया।
मंत्री रविंद्र जायसवाल ने उद्घाटन अवसर पर पत्र-प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए कहा कि लोकतंत्र में चुनी गई सरकार का जनता के प्रति जवाबदेही होती है। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि जनता द्वारा पूछे जाने से पूर्व उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने निर्णय लिया कि गत 1 वर्ष में जनता के लिये किये गये कल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी प्रदर्शनी के माध्यम से जनता-जनार्दन को उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि सूचना विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं एवं उपलब्धियों का यह प्रदर्शनी सरकार की जवाबदेही को दर्शाता है।
मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने कहा कि प्रदर्शनी में केंद्र एवं राज्य सरकार की उपलब्धियों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया है। आम जनमानस प्रदर्शनी में आकर लेखा-जोखा का अवलोकन कर यह गौरवान्वित महसूस कर सकती है कि सरकार अपने किये गये वायदे के मुताबिक जनकल्याणकारी कार्यक्रमों में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से आम जनमानस यह भी देख सकती है कि सरकार जनसामान्य के लिये क्या कर चुकी है और आगे भविष्य में क्या करने वाली है।
प्रदर्शनी में मोक्षदायिनी का काशी के नव्य-भव्य श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के साथ-साथ रंगोत्सव की भूमि मथुरा व कान्हा की अलौकिक लीलाओ का केंद्र मथुरा, आधुनिक एवं अलौकिक श्री राम नगरी अयोध्या व महायोगी गुरु गोरक्षनाथ की तपोभूमि गोरखपुर का चित्रण किया गया है। इसके अलावा यूपी नंबर वन के रूप में 2.61 करोड़ शौचालयो का निर्माण, 10 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित, गरीब कल्याण को समर्पित डबल इंजन की सरकार के 15 करोड़ लोगों को निशुल्क राशन, अंत्योदय तथा पात्र गृहस्थी लाभार्थियों को 1 जनवरी, 2023 से 1 वर्ष हेतु निशुल्क खाद्यान्न वितरण, स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत 189 निकायों में 1100 पिंक टॉयलेट का निर्माण, सभी स्थानीय निकाय ओडीएफ घोषित, स्टार्ट-इन-यूपी अंतर्गत अनुदान के रूप में स्टार्टअप के सहयोग हेतु एक्सीलेरेशन कार्यक्रम में प्रतिवर्ष रु.5 लाख तक का अनुदान। स्टार्टअप्स द्वारा आयोजन में प्रतिभाग हेतु रु. 50,000/- (राष्ट्रीय) तथा रु. 1 लाख तक (अन्तर्राष्ट्रीय)
व्ययों की प्रतिपूर्ति। स्टार्टअप्स को भरण-पोषण भत्ता (रु.1.80 लाख) तथा विपणन सहायता (रु. 5 लाख), सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना तिथि से 05 वर्ष की अवधि तक अधिकतम रु.10 करोड़ की पूंजीगत तथा परिचालन व्ययों की प्रतिपूर्ति हेतु आर्थिक सहायता। निजी इन्क्यूबेटर्स को प्रौद्योगिकी इन्फ्रास्ट्रक्चर हेतु रु.1 करोड़ की धनराशि की सहायता। इन्क्यूबेटर्स को परिचालन व्यय की पूर्ति हेतु 5 वर्ष की अवधि में रु.1.50 करोड़ की सहायता। रु.1,000 करोड़ से स्टार्टअप फण्ड की स्थापना सहित केंद्र एवं राज्य सरकार के जनकल्याणकारी योजनाओं एवं उपलब्धियों का चित्रों के माध्यम से प्रदर्शन किया गया है। इस अवसर पर अम्बरीश सिंह भोला सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।