“तमसो मा ज्योतिर्गमय” का समय चल रहा है-नरेन्द्र मोदी

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*प्रधानमंत्री बोले 10 वर्षों में सुधरा है देश का स्वास्थ्य*

*टीकाकरण के ग्राफ को बढ़ाया गया, ताकि बच्चे कम बीमार हों-नरेन्द्र मोदी*

*पिछले 10 वर्ष में काशी में विकास का नया रूप हमें देखने को मिल रहा है-योगी आदित्यनाथ*

*प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया अत्याधुनिक आर झुनझुनवाला शंकरा आई हॉस्पिटल का उद्घाटन*

*अच्छे नेता ईश्वर की कृपा से मिलते हैं-शंकराचार्य*

*यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शांति के लिए बेहतर काम कर रहे हैं-विजयेंद्र सरस्वती*

        वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एकदिवसीय दौरे पर रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे और काशीवासियों को 90 करोड़ रुपए से बने आर झुनझुनवाला शंकरा सुपर स्पेशियलिटी आई हॉस्पिटल का उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कांची कामकोटि पीठम कांचीपुरम तमिलनाडु के 70वें जगद्गुरु पीठाधिपति जगद्गुरु श्री शंकरा विजयेंद्र सरस्वती स्वामीगल की गरिमामयी उपस्थिति में फीता काटकर उद्घाटन कर सौगात दी। प्रधानमंत्री ने चिकित्सालय का उद्घाटन करने के बाद पूरे परिसर एवं व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। 

      प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर हर महादेव के उद्घोष के साथ अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि इस पावन महीने में काशी आना एक पुण्य अनुभूति का अवसर होता है। यहां काशीवासियों के साथ ही संत जनों और परोपकारी लोग भी हैं। इस सुखद सहयोग भला क्या हो सकता है। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य के आशीर्वाद से ही काशी से पूर्वांचल को एक और आधुनिक अस्पताल मिला है। भगवान शंकर की नगरी में शंकरा आई हॉस्पिटल आज से जन-जन के लिए समर्पित है। शास्त्रों में कहा गया है कि तमसो मा ज्योतिर्गमय यानी अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो। यह हॉस्पिटल वाराणसी और इस क्षेत्र के आने वाले लोगों के जीवन से अंधकार दूर करेगा, उन्हें प्रकाश की ओर ले जाएगा। अभी अस्पताल एक प्रकार से आध्यात्मिकता आधुनिकता का संगम है। अस्पताल बुजुर्गों को भी सेवा करेगा और बच्चों को भी नई रौशनी देगा। बड़ी संख्या में बच्चों को निःशुल्क इलाज मिलने वाला है। युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी लेकर आया है।

       प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीमारी गरीब को और गरीब बनाती है। 10 साल में 25 करोड़ लोग बीमारी से बाहर निकले। बीमारी हो ही नहीं, इसके लिए सरकार जोर दे रही है। सरकार योग, साफ-सफाई पोषण, खान-पान पर विशेष ध्यान दे रही है। टीकाकरण को भी ज्यादा से ज्यादा घरों तक ले जाया जा रहा है। 10 साल पहले देश में टीकाकरण का ग्राफ 60% तक की थी। बहुत से बच्चे टीकाकरण के दायरे में नहीं थे। हर साल टीकाकरण का ग्राफ 1 प्रतिशत बढ़ रहा था, अगर ऐसा ही रहता तो बच्चों को टीकाकरण के दायरे में लाने में 40 से 50 साल लग जाते। यह देश की नई पीढ़ी के साथ बहुत बड़ा अन्याय हो रहा था। अब सरकार की ओर से बच्चों का टीकाकरण का कवरेज बढ़ाया दिया गया है। मिशन इंद्रधनुष अभियान चलाया गया। इसमें एक साथ कई मंत्रालयों को भी लगाया गया।  वाराणसी मेडिकल हब के रूप में उभर रहा है। बीएचयू में ट्रामा सेंटर, सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल, दीनदयाल अस्पताल, कबीरचौरा में सुविधाएं बढ़ाना हो, अनेक कार्य काशी में एक दशक में हुए हैं। बनारस में कैंसर के अस्पताल के लिए भी आधुनिक अस्पताल हैं। पहले इलाज के लिए मुंबई दिल्ली जाना होता था। अब यहीं पर इलाज हो जा रहा है। झारखंड बिहार से भी लोग यहां इलाज के लिए आ रहे हैं। काशी नवजीवन दायिनी भी बन रही है।

        उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि आर जे शंकरा आई हॉस्पिटल का उद्घाटन से काशी की सेवा और विकास के अभियान में एक नई कड़ी जुड़ गई है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि एक नया संकरा आई फाउंडेशन देश के अंदर नेत्र रोगियों को एक नया जीवन देने का एक प्रतिष्ठित अभियान है। जगद्गुरु शंकराचार्य महाराज की प्रेरणा से 1977 से शुरू हुआ, अभियान देश के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के जीवन में नई रोशनी लाने का काम कर रहा है।

        इससे पूर्व शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती ने कहा कि समाज में व्यक्ति भी मुख्य है और व्यक्तित्व भी मुख्य है और सबको जोड़ने का नेता भी चाहिए। विश्व में बहुत बड़ा प्रजातंत्र है। अच्छे नेता अभी ईश्वर कृपा से मिलते हैं। ईश्वर की कृपा की वजह से ही नरेंद्र दामोदरदास मोदी मिले हैं। शंकराचार्य ने एनडीए को नरेंद्र दामोदरदास का अनुशासन बताया। सभी की सुरक्षा के रूप में काम कर रहा है विश्व में एक आदर्श सरकार के रूप में काम कर रहा है। इलेक्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 140 करोड़ जनता के साथ ही सबके प्रति श्रद्धा, प्रेम, दया प्रेम भाव के साथ काम कर रहे हैं। सामान्य व्यक्ति को क्या जरूरत है उनकी क्या पीड़ा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समझते हैं। उनके पास काम करने का अनुभव है। कल्याणकारी योजनाएं सजा साकार हो रही है। भारत की विशेषता के लिए धर्म और संस्कृति का भी विकास होना बहुत जरूरी है। बहुमुखी प्रदेश के उज्जवल के लिए यह सब जरुरी है। इसके लिए यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शांति के लिए बेहतर काम कर रहे हैं।

        गौरतलब हैं कि वाराणसी का आर अस्पताल देश में शंकरा का 14वां अस्पताल है और यह सबसे गरीब रोगियों के लिए प्रति वर्ष 30,000 निःशुल्क नेत्र शल्य चिकित्सा उपलब्ध कराएगा। इस अस्पताल की स्थापना महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके माध्यम से दक्षिण भारत (तमिलनाडु) के प्रसिद्ध कांची कामकोटि मेडिकल ट्रस्ट, जो शंकरा आई हॉस्पिटल का समर्थन करता है, का वाराणसी के अत्यधिक प्रतिष्ठित, ऐतिहासिक-सांस्कृतिक शहर के साथ समामेल हो रहा है। यह विश्व स्तरीय आर झुनझुनवाला शंकरा सुपर स्पेशियलिटी आई हॉस्पिटल, जो लगभग 110 करोड़ रुपये के निवेश से तैयार हुआ है, में 30 हजार सर्जरी करने की क्षमता, 9 ऑपरेशन थिएटर और कई अन्य सुविधाएं मौजूद हैं।

 डॉ. एस वी बालासुब्रमण्यम, अध्यक्ष, एसईएफआई ने कहा: “फाउंडेशन का लक्ष्य अधिक से अधिक लोगों तक नेत्र देखभाल की सुविधा पहुँचाना है। हम उत्तर भारत में भी अपना पदचिन्ह बढ़ाना चाहते हैं क्योंकि वहाँ ऐसे गाँवों और शहर हैं जहां नेत्र देखभाल अवसंरचनाओं की आवश्यकता है। जबकि प्रमुख महानगरों में अच्छी सुविधाएँ मौजूद हैं परन्तु परिधीय क्षेत्रों को सहायता और सुविधाओं की आवश्यकता है। ये हमारा एक राष्ट्रीय मिशन भी है। इस प्रकार शंकरा आई फाउंडेशन देश भर के लोगों के लिए नेत्र देखभाल सुलभ बनाकर बदलाव ला रहा है।” श्री कांची कामकोटि मेडिकल ट्रस्ट की बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज श्रीमती रेखा झुनझुनवाला ने कहा: “डॉ. आर.वी. रमणी के नेतृत्व में शंकरा आई फाउंडेशन सभी लोगों तक पहुँचने में सफल रहा है, विशेष रूप से देश के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों तक, और दृष्टि का उपहार पाने में उनकी मदद कर रहा है। वाराणसी का अस्पताल उत्तर भारत के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों की सहायता करने की दिशा में एक और कदम है।

 *शंकरा आई फाउंडेशन के बारे में*

शंकरा आई फाउंडेशन इंडिया एक गैर-लाभकारी संगठन है जो समाज के गरीब और वंचित वर्गों को गुणवत्तापूर्ण नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। वर्ष 1977 में एक छोटे प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र के रूप में डॉ. आर.वी. रमणी और डॉ राधा रमणी द्वारा इसकी शुरुआत की गई थी, जबकि आज शंकरा 10 से अधिक राज्यों में स्थित 14 सुपर स्पेशियलिटी आई केयर अस्पतालों का प्रबंधन करने वाले सबसे बड़े और सबसे तेजी से बढ़ते सामाजिक उद्यमों में से एक बन गया है। हमारे नेटवर्क अस्पताल उन्नत नेत्र सर्जरी करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं। शंकरा आई फाउंडेशन इंडिया भारत में नेशनल आई हेल्थ केयर मूवमेंट का नायक है, जो विभिन्न आयु समूहों, अत्याधुनिक तकनीक, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नवाचार, अनुसंधान और प्रशिक्षण के माध्यम से नेत्र देखभाल वितरण संरचना को लगातार रूपांतरित कर रहा है।

        कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, एस वी बालासुब्रमण्यम, अध्यक्ष, एसईएफआई, पद्म डॉ. आर.वी.रमणी, शंकरा आई फाउंडेशन इंडिया के संस्थापक एवं प्रबंध ट्रस्टी, मुरली कृष्णमूर्ति, कार्यकारी अध्यक्ष, शंकरा आई फाउंडेशन, यूएसए, रेखा झुनझुनवाला, ट्रस्टी बोर्ड की सदस्य ने भी भाग लिया। इससे पूर्व लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधायक डॉ अवधेश सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप सिंह पटेल, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम सहित अन्य लोगों ने किया।

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