हिंडालको महान ने शिक्षक दिवस पर शिक्षको का किया सम्मान

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सिंगरौली।हिंडालको महान द्वारा मानव संसाधन विभाग कम्युनिकेशन हाल में एबीपीएस के 14 शिक्षकों व 16 फैकल्टी को सम्मानित किया गया। 

कार्यक्रम में एबीपीएस के प्रधानाध्यपिका अल्का सिंह से स्वागत भाषण दिया,कार्यक्रम में शिक्षकों की महत्ता पर अपने विचार रखते यूनिट हेड एस.सेन्थिलनाथ ने कहा कि एक शिक्षक का हमारे जीवन में महत्व बहुत बड़ा होता है। वह न केवल हमें पुस्तकों से जुड़ा ज्ञान देते हैं, बल्कि वे हमें नैतिकता, अनुशासन, और आत्मविश्वास भी सिखाते हैं। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, जिनकी जयंती के उपलक्ष्य में हम यह दिवस मना रहे हैं,कार्यक्रम में मानव संसाधन प्रमुख डॉक्टर विवेकानंद मिश्रा ने कहा कि शिक्षक वह दीपक है जो अज्ञानता के अंधकार को मिटाकर ज्ञान का प्रकाश फैलाता है शिक्षक केवल एक विषय को पढ़ाने वाले नहीं होते, वे हमारे व्यक्तित्व को गढ़ने वाले शिल्पकार होते हैं। वे हमें सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं देते, बल्कि हमें जीवन जीने की कला सिखाते हैं। वे हमें सिखाते हैं कि चुनौतियों का सामना कैसे करना है,असफलताओं से हारना नहीं है, और हर परिस्थिति में अपने आदर्शों को बनाए रखना है।

आज, जब हम शिक्षा के नए आयामों की ओर बढ़ रहे हैं, तब भी शिक्षक की भूमिका अपरिवर्तनीय है। तकनीक बदल सकती है, पद्धतियाँ बदल सकती हैं, लेकिन एक शिक्षक का महत्व कभी नहीं बदल सकता। वे हमें हमारे लक्ष्यों तक पहुँचाने के लिए मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हैं, हमें प्रेरित करते हैं, और हमारे भीतर छुपी हुई प्रतिभाओं को उजागर करते हैं। हिंडालको महान ने 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर आर.एंड.आर. कॉलोनी मझिगांव में संचालित सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल 17 शिक्षको व 9 अन्य स्टाफ का सम्मान किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हिंडालको महान के सुरक्षा प्रमुख,रिटायर्ड कर्नल गौरव चतुर्वेदी ने शिक्षकों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक की सिखाई गई बातें और दी गई सीख भले ही आज कड़वी लगे, लेकिन वही भविष्य में सफलता की मिठास में बदलती हैं। उन्होंने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचारों का स्मरण करते हुए कहा कि शिक्षक समाज को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनके इसी योगदान को सम्मान देने के लिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

कार्यक्रम में उपस्थित सीएसआर प्रमुख, संजय सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि एक शिक्षक का हमारे जीवन में महत्व सिर्फ शैक्षणिक ज्ञान देने तक सीमित नहीं है, बल्कि वे हमारे जीवन में अनुशासन, नैतिकता और आत्मविश्वास का निर्माण भी करते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक हमारे जीवन को सही दिशा में मार्गदर्शित करते हैं और समाज के भविष्य निर्माता होते हैं।

**शिक्षकों और विद्यार्थियों को किया गया सम्मानित**

कार्यक्रम के अंत में पांचवीं, आठवीं और दसवीं कक्षाओं के मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कुल 19 छात्रों को मेधावी पुरस्कार प्रदान किए गए। इसके साथ ही 17 शिक्षक, 9 विद्यालय और बालवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में संचालन श्वेता सिंह और बीरेंद्र पाण्डेय ने किया ,कार्यक्रम के सफलता में मानव संसाधन विभाग से सुशांत गुप्ता,मोहित शुक्ला, सी.एस.आर.विभाग से विजय वैश्य, भोला वैश्य, प्रभाकर वैश्य, शिव कुमार सिंह, श्रीप्रकाश पाण्डेय, और संजीव का विशेष योगदान रहा।

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