आसनसोल। ब्रजेश कुमार त्रिपाठी, मुख्य सतर्कता अधिकारी, कोल इंडिया लिमिटेड और मुकेश कुमार मिश्रा, मुख्य सतर्कता अधिकारी, ईसीएल ने सबसे पहले हुर्रा “सी” माइंस का दौरा किया और आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने वे ब्रिज, निर्माणाधीन एमजीआर निर्माणाधीन एसआईएलओ और आईटी पहलों का भी जायजा लिया तथा संबंधित अधिकारियों को कार्य को गुणवत्ता के साथ तय समय पर पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कार्य में पारदर्शिता लाने हेतु कोयला मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के तहत आईटी पहल को अधिक से अधिक लागू करने पर भी जोर दिया। उन्होंने क्षेत्र के विभागाध्यक्षों और अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की, जहां क्षेत्रीय महाप्रबंधक ने प्रजेंटेशन के माध्यम से राजमहल क्षेत्र के वर्तमान परियोजनाओं और आगामी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं शिमलोंग और चुपरभीठा के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
अगले दिन, 17 जुलाई 2024 को राजमहल हाउस में मुख्य सतर्कता अधिकारी, कोल इंडिया लिमिटेड, मुख्य सतर्कता अधिकारी, ईसीएल, महाप्रबंधक (सतर्कता), ईसीएल और क्षेत्रीय महाप्रबंधक, राजमहल क्षेत्र ने पौधारोपण किया। इसके साथ ही विभिन्न विषयों पर आधारित सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य सतर्कता अधिकारी, कोल इंडिया लिमिटेड ने उपस्थित सभी अधिकारियों को सत्यनिष्ठा और प्रतिज्ञा शपथ दिलाई। क्षेत्र के वित्त विभाग ने प्रजेंटेशन के माध्यम से कार्यशैली में पारदर्शिता लाने हेतु उठाए गए कदमों और दिनचर्या में आने वाली समस्याओं की जानकारी साझा की। सतर्कता विभाग के अधिकारियों ने विभिन्न विषयों जैसे ई-प्रोक्योरमेंट, ई-टेंडरिंग और कार्यालय के सभी कार्यों को डिजिटल रूप से करने हेतु प्रजेंटेशन देकर अधिकारियों को जागरूक किया।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कई पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए सभी अधिकारियों को प्रोत्साहित किया और कहा कि कंपनी के हित में बिना हिचकिचाहट के कार्य करते हुए कोल इंडिया लिमिटेड को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है तथा समस्त विश्व में दीपक प्रज्वलित करते हुए विकसित भारत की नींव को और मजबूत करना है।