डीएफओ के आश्वासन पर पहले दिन धरना समाप्त,
किसी भी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को हटाया नहीं जाएगा- डीएफओ
विनियमितीकरण में किसी के साथ अन्याय नहीं होगा -डीएफओ
मांगों को पूरा करने हेतु 29 जून तक दिया समय, मांगे पूरी न होने पर 1 जुलाई से अनिश्चितकालीन धरना
नौगढ़। जयमोंहनी रेंज परिसर में विभिन्न मांगों को लेकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने शुक्रवार को जमकर धरना प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी किया। विनियमतिकरण व कैश बुक आइटम व अन्य पांच सूत्रीय मांगों को लेकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का धरना पहले ही दिन प्रभागीय वनाधिकारी रामनगर के आश्वासन पर स्थगित किया गया। उन्होंने आश्वस्त किया कि संगठन की सभी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार होगा, इसके लिए रेंजरों को आदेशित किया गया है। इसके बाद संगठन के जिला संरक्षक रमाशंकर यादव ने दैनिक वेतन भोगी कर्मियों से काम पर लौटने की घोषणा कर दी। दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी पहले धरना प्रदर्शन पर बैठे तो उन्हें समझाने की वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार सिंह और वन क्षेत्राधिकारी मकसूद हुसैन ने कई बार कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने।
दोपहर बाद धरनास्थल पर डीएफओ दिलीप श्रीवास्तव उनसे वार्ता करने पहुंचे। डीएफओ ने संगठन के मंडलाध्यक्ष विश्वनाथ यादव, जिला संरक्षक रमाशंकर यादव, जिलाध्यक्ष भोरिक यादव से वार्ता करने के बाद दैनिक कर्मचारियों को समझा- बुझाकर धरने को खत्म कराया। जिलाध्यक्ष भोरिक यादव का कहना है कि डीएफओ ने उनकी पांच सूत्रीय मांगों को अधिकारियों की कमेटी बनाकर पूरा करने का वादा के साथ कर्मियों को वर्दी, जैकेट देने को कहा है। अगर उनकी मांगों को 29 जून तक पूरी नहीं किया गया तो एक जुलाई से अनिश्चितकालीन धरना शुरू होगा। इस दौरान डीएफओ ने कहा कि दैनिक वेतन भोगी कर्मियों का शोषण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ की प्रमुख मांग विनियमितीकरण की कार्यवाही, वरिष्ठता सूची, कैश बुक आइटम संख्या और 7 साल एक ही स्थान पर तैनात वनरक्षकों को हटाने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर राम रतन चौहान, मुरारी मौर्य, अफरोज खान, अमरजीत अग्रहरि, महेंद्र यादव, असलम, मुंशी यादव, कांता यादव, जै श्री , महिला वाचरों में सीमा, मंजू, सरस्वती, उषा, कलावती देवी, गीता देवी समेत सभी रेंजों दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी मौजूद थे।