धनबाद। शुक्रवार को नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति धनबाद की छमाही समीक्षा बैठक का आयोजन अध्यक्ष कार्यालय भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के कोयला भवन में किया गया। इस बैठक का आयोजन भारतीय स्टेट बैंक के तत्वावधान में किया गया। नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्य कार्यालयों में बीसीसीएल, सेल, सीएमपीएफ, इण्डियन बैंक, बैंक आफ इण्डिया, सीआईएसएफ आदि समेत केंद्र सरकार के 45 कार्यालय शामिल हैं. इस कार्यक्रम का दीप प्रज्वलन के साथ उद्घाटन नराकास अध्यक्ष कार्यालय भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के निदेशक(कार्मिक) मुरली कृष्ण रमैया, मुख्य वैज्ञानिक सिंफर देवाशीष बसाक, संयुक्त आयुक्त, केन्द्रीय वस्तु एवं सेवाकर रवि कुमार, महाप्रबंधक(राजभाषा) विद्युत साहा आदि गणमान्य व्यक्तियों के द्वारा किया गया।
नराकास के विभिन्न कार्यालयों के हिन्दी अधिकारियो ने गणमान्य व्यक्तियों का पुस्तक एवं गुलाब स्टिक के साथ स्वागत किया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के निदेशक (कार्मिक) मुरली कृष्ण रमैया ने कहा कि, हिन्दी में कार्य करने के लिए मानसिक अवरोधों पर विजय प्राप्त करना आवश्यक है। इस संबंध में बड़े लक्ष्यों को छोटे छोटे भागों में विभाजित करने से काम आसान हो सकता है। लोग हिंदी सीख रहे हैं हिंदी में निपुण न होने पर भी व्यावहारिक हिंदी का प्रयोग करना अच्छा है तथा हिंदी आने से ज्यादा हिंदी सीखने का प्रयत्न जरूरी है।
इसके पश्चात महाप्रबंधक (राजभाषा), भारत कोकिंग कोल लिमिटेड विद्युत साहा ने कहा कि, बैठक का उद्देश्य सरकार द्वारा निर्धारित मानकों का अनुपालन एवं लक्ष्यों को प्राप्त करना है। इसके उपरांत नराकास की नगर राजभाषा संदेश पत्रिका अंक 25 का विमोचन किया गया। इस पत्रिका में श्रेष्ठ लेखन के लिए योगदान करने वाले लेखकों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए सिम्फर के वैज्ञानिक श्री देवाशीष बसाक ने कहा कि तकनीकी संस्थान होने के बावजूद सिम्फर अधिकतर कार्य हिन्दी में ही करता है। हिंदी में कार्य करने में झिझक से आगे बढ़कर हिंदी में गर्व की अनुभूति के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अर्थव्यवस्था में देश जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा तो हिंदी का महत्व भी उसी क्रम में विश्व व्यापी होता जाएगा। केन्द्रीय वस्तु एवं सेवा कर के संयुक्त आयुक्त श्री रवि कुमार ने कहा कि भाषायी विभाजन को दूर कर हमें आगे बढने की आवश्यकता है। सेल के सीजीएम, चासनाला श्री संजय तिवारी ने कहा कि, समस्याओं के बीच हिन्दी में कार्य करने का मार्ग प्रशस्त करना होगा। भाषायी पूर्वाग्रहों से बचकर सभी भाषाओं का सम्मान करना होगा।
बैठक में धनबाद स्थित केन्द्र सरकार के विभिन्न कार्यालयों, उपक्रमों, बीमा कंपनियों और बैंकों के कार्यालय प्रमुखों और राजभाषा अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर डीजीएम, बीएसएनएल श्रीमति अन्विता नाथ, आंचलिक प्रबंधक, बीओआई विकास रंजन पटनायक, श्रीमती दीपमाला लकड़ा, यूबीआई, अंतिम जैन , एजीएम, कैनरा बैंक, आलोक प्रसाद, क्षेत्रीय प्रमुख, बीईएमएल आदि उपस्थित रहे। सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन नराकास सचिव श्री दिलीप सिंह ने किया।