प्रयागराज। [ मनोज पांडेय ]लखीमपुर मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आज जिस तरह का रुख दिखाया है, वह यूपी सरकार के लिए सबक की तरह होना चाहिए। कोर्ट की टिप्पणियों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने आरोप लगाया कि, सरकारी अमले ने मंत्री के बेटे को भागने में मदद की और कहा कि कोर्ट ने यूपी सरकार को आईना दिखाने की कोशिश की है।
आज की सुनवाई से यह साफ हो गया कि सरकार पीड़ितों के साथ नहीं बल्कि आरोपी के साथ खड़ी है। आरोपी की मदद के लिए सरकार ने हरीश साल्वे जैसे बड़े वकील को हायर किया। केंद्रीय मंत्री के आरोपी बेटे के कल पेश होने का दावा करना यह बताता है कि, वह इतनी दूर चला गया था कि आज पेश नहीं हो सकता था।
मंत्री का बेटा खुद भागा नहीं बल्कि सरकारी अमले ने उसे भगाया। प्रमोद तिवारी ने मांग की है कि, इस मामले में केंद्रीय मंत्री का इस्तीफा होने तक निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती। मंत्री अजय मिश्रा अपने रसूख का इस्तेमाल कर जांच को प्रभावित कर रहे हैं। उन्हें बर्खास्त करना चाहिए। मंत्री के बेटे के साथ आरोपी जैसा बर्ताव नहीं किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा यूपी के डीजीपी को सभी सबूत सुरक्षित रखने की नसीहत भी यह बताती है यूपी में सब कुछ ठीक नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि, लखीमपुर मामले को भी उन्नाव और हाथरस जैसा बनाने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस पार्टी सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद देना चाहती है जिसने इस मामले में दखल दिया।