सोनभद्र, सिंगरौली/ एनटीपीसी-विंध्याचल परियोजना मे अपनी दीर्घ सेवा देने के पश्चात कुल 07 कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए। सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी इस प्रकार से हैं : – दिनेश कुमार वशिष्ठ, महाप्रबंधक(परियोजना निर्माण), सुरेश कुमार वर्यानी, महाप्रबन्धक(अनुरक्षण), कन्हैया लाल श्रीवास्तव, उप प्रबन्धक(प्रचालन), मथुरा प्रसाद पटेल, अभियंता/एसएलपीएस(रसायन), तेज कुमार कुजूर, अभियंता/एसएलपीएस(बीएमडी), राकेश सोनी, अभियंता/एसएलपीएस(प्रचालन) एवं मन्नूलाल बंजारे, सहायक ग्रेड-3(मानव संसाधन) ।
एनटीपीसी-विंध्याचल प्रबंधन द्वारा सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों का सम्मान परियोजना के उमंग भवन के सभागार में किया गया। स्वागत की कड़ी में परियोजना प्रमुख(विंध्याचल) श्री ई सत्य फणि कुमार एवं मुख्यमहाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री समीर शर्मा नें सभी सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों का पुष्पमाला से स्वागत किया। साथ ही परियोजना की यूनियन/एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने भी पुष्पमाला पहनाकर अतिथि कर्मचारियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर परियोजना प्रमुख(विंध्याचल) ई सत्य फणि कुमार नें सभी सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि एनटीपीसी-विंध्याचल को वर्तमान ऊंचाइयों तक पहुंचाने में आपके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा और एनटीपीसी-विंध्याचल सदा ही आपकी सेवा के लिए आपका कृतज्ञ रहेगा। साथ ही महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) राजेश भारद्वाज नें सभी सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को अपने जीवन की नई पारी की नए सिरे से शुरुआत करने हेतु शुभकामनायें दीं तथा सभी के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। इसी कड़ी मे विभागाध्यक्षों ने भी सभी सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को अपने जीवन की नई पारी की नए सिरे से शुरुआत करने हेतु शुभकामनायें दीं तथा सभी के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।
सम्मान की कड़ी में सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों का मुख्य परियोजना प्रमुख(विंध्याचल) ई सत्य फणि कुमार एवं अन्य महाप्रबंधकगणों द्वारा श्री फल, शाल एवं स्मृति-चिन्ह से सम्मानित किया । साथ ही सभी सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को सम्मानित करते समय उनके परिजनों को आमंत्रित कर इस भावुक क्षण को उनके लिए यादगार बनाने का प्रयास किया गया । इसके अतिरिक्त सभी सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को एनटीपीसी मे उनके द्वारा दी गई दीर्घ सेवाओं के लिए दीर्घ सेवा प्रमाण-पत्र आदि भी प्रदान किया गया ।