जिले में पहली बार खिलाड़ियों के लिए तलवारबाजी के प्रशिक्षण की शुरुआत होने वाला है। प्रशिक्षण के बाद पहले जिला स्तर पर फिर प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इसके लिए जिला ओलंपिक संघ ने भारतीय तलवारबाजी संघ को पत्र लिखा है। साथ इसके लिए जरूरी उपकरण और कोच की मांग की है।
जिला ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष डॉ. एके सिंह ने बताया कि काशी में तलवारबाजी प्रतियोगिता की कवायद शुरू की गई है। इसके लिए भारतीय तलवारबाजी संघ के महासचिव राजीव मेहता को पत्र भेजा गया है। व्यक्तिगत खेल तलवारबाजी दो खिलाड़ियों के बीच खेला जाता है। इसमें दोनों खिलाड़ी एक दूसरे पर सामने से हमला करते हैं। तलवार के शरीर को छूते ही हरी या लाल लाइट जल जाती है। खिलाड़ी के प्रहार को विद्युत रिकॉर्डिंग उपकरण से गिना जाता है।
निर्धारित समय में अधिक प्रहार करने वाले को विजेता घोषित किया जाता है। खेल में उपयोग होने वाले तलवार का वजन 500 ग्राम होता है। प्लेइंग एरिया 14 मीटर लंबा और 1.5 मीटर चौड़ा होता है। तलवारबाजी ओलंपिक में शामिल है। वर्ष 1896 से ओलंपिक में यह खेल शामिल है। टोक्यो ओलंपिक 2023 में भारतीय महिला खिलाड़ी कुछ अंकों से पदक जीतने से चूक गई थी।
आरएन सिंह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स दिया जाएगा प्रशिक्षण
तलवारबाजी का प्रशिक्षण परमानंदपुर गांव स्थित आरएन सिंह स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में आयोजित किया जाएगा। भारतीय तलवारबाजी संघ के सहयोग से जरूरी उपकरण खरीदे जाएंगे। यूपी खेल निदेशालय से कोच उपलब्ध कराने की मांग की गई है। इससे यहां के खिलाड़ियों को जिले में प्रशिक्षण का मौका मिल सकेगा।