बीजपुर | कार्यकारी निदेशक राकेश प्रसाद (सीएसआर, आर एंड आर, एल ए ) ने गुरुवार को एनटीपीसी रिहंद स्टेशन में दिल्ली से पहुँच कर बालिका सशक्तिकरण हेतु स्टेशन में चलाए जा रहे 23.05.2022 से 18.06.2022 तक अभियान की बालिकाओं से रूबरू होकर उनका मनोबल बढ़ाया | श्री प्रसाद ने अभियान में शामिल 120 बालिकाओं के आवास, खान-पान, शिक्षा, व्यवस्था आदि का गहनता से निरीक्षण कर के स्टेशन की व्यवस्था पर प्रसन्नता जताई |
अपने सम्बोधन में श्री प्रसाद नें कहा कि एनटीपीसी परियोजना के आसपास गांव की बालिकाओं के उत्थान के प्रयासों के तहत कंपनी ने इस साल लगभग 35 प्रोजेक्ट लोकेशन्स पर इस पहल को बढ़ाने की योजना बनाई है| इसी कड़ी में एनटीपीसी ने इस अभियान के तहत देश भर की बालिकाओं को सशक्त बनाने के साथ ही उन्हें बुनियादी शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आत्मरक्षा हेतु जागरुक कर रहा है | इस पहल के माध्यम से एनटीपीसी ने खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में फैली रूढ़ीवादी अवधारणाओं को दूर करने और बालिका भ्रूण हत्या की समस्या को हल करने का प्रयास किया है| इससे बच्चों को अपनी प्रतिभा एवं क्षमता दर्शाने का मौका मिलेगा | उन्होनें आगे बताया कि मुझे यह जान कर खुशी हो रही है कि इस कार्यशाला में भाग लेने वाली 10 से 12 वर्ष के आयु वर्ग की 120 बालिकाओं में से सभी बालिकाएँ रिहंद परियोजना के आस-पास के प्रभावित गावों के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली है| कार्यशाला में मिलने वाली सुविधाओं के विषय में उन्होनें आगे बताया कि कार्यशाला के दौरान उनके आवास, भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ उन्हें बेसिक शिक्षा के अतिरिक्त योग, क्राफ्ट और अन्य गतिविधियों, जैसे नृत्य, संगीत व्यक्तित्व विकास, कौशल विकास से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है | उन्होने बताया कि हमारा प्रयास है कि हम बालिका सशक्तीकरण मिशन के माध्यम से ग्रामीण परिवेश की बालिकाओं के सशक्तीकरण की दिशा में एक छोटा-सा योगदान दे सकें | प्रस्थान के पूर्व श्री प्रसाद नें स्टेशन के उच्चाधिकारियों के साथ वृक्षारोपण भी किया |
शिक्षा जीवन में सकारात्मक बदलाव लाती है । आज बालिकाओं को शिक्षित करने हेतु विभिन्न पहल किए जा रहे है जिससे बालिकाएँ शिक्षित हो कर अपने जीवन को रोशन कर रही हैं । आज हम किसी भी क्षेत्र में देखे , महिलाए कदम से कदम मिला कर अपना निर्धारित कार्य समर्पणता से कर रही है । बालिका सशक्तिकरण मिशन, शिक्षा से रोशनी की ओर, एनटीपीसी की एक ऐसी ही पहल है ।