मनोज पांडेय
प्रयागराज। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या में नामजद आरोपी अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या में शामिल तीनों आरोपियों के मामले की सुनवाई सोमवार को टल गई। अब इस मामले की सुनवाई 24 जनवरी को होगी। जिला अधिशासी अधिवक्ता (फौजदारी) गुलाब चन्द्र अग्रहरि ने बताया कि तीनों आरोपियों लवलेश तिवारी, मोहित उर्फ सनी सिंह और अरूण मौर्या को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सोमवार को न्यायालय में पेश किया गया। फास्ट ट्रैक कोर्ट के न्यायाधीश दिनेश गौतम के ट्रेनिंग में होने के कारण माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या के मामले में फिर सुनवाई टल गई है। मामले की अगली सुनवाई अब 24 जनवरी को होगी।
उन्होंने बताया कि माफिया के हत्या के आरोपी लवलेश तिवारी, माेहित उर्फ सनी सिंह और अरुण मौर्य चित्रकूट की जिला कारागार में बंद हैं। उन्हें वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए न्यायालय में पेश किया गया। पहले वह प्रतापगढ़ की जेल में बंद थे। कुछ दिनों पहले सुरक्षा कारणों से उन्हें चित्रकूट की जेल में शिफ्ट कर दिया गया। गौरतलब है कि उमेश पाल हत्या में रिमांड पर रहे अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को पुलिस कस्टडी में 15 अप्रैल 2023 को जांच के लिए कॉल्विन अस्पताल करीब 10.30 बजे ले जाया गया था। इसी दौरान तीनो आरोपी पत्रकार के रूप में मौके पर पहुंचे थे और गोलियों से छलनी कर दिया था। दोनों की मौत मौके पर ही गो गयी थी।
राजू पाल की हत्या वर्ष 2005 में किया गया था। उसके मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी 2023 को दिन दहाड़े उस समय की गई जब वह अपने घर जा रहे थे। फायरिंग और बमबाजी में उनकी सुरक्षा में लगे दो सरकारी सुरक्षाकर्मी की भी मौत हो गयी थी।