उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार गांव-गांव में खेल सुविधाएं देने का काम कर रही है-मुख्यमंत्री

Spread the love

उड़ीसा में हुए भीषण रेल हादसा के दृष्टिगत खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का “क्लोजिंग सेरिमनी” सादगी के साथ संपन्न*

*उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार गांव-गांव में खेल सुविधाएं देने का कर रही है काम-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ*

*हर ग्राम पंचायत में खेल मैदान की सुविधा देने के साथ गांवों के खेल मैदान ओर शहरों के पार्क में ओपन जिम स्थापित करने का काम कर रही है-योगी आदित्यनाथ*

*मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के समापन समारोह में लिया हिस्सा लिया*

*खेलो इंडिया प्लेटफार्म, खेल में उत्कृष्टता और राष्ट्र की सेवा में अनुशासित, समर्पित तथा कर्त्तव्य-केंद्रित युवाओं के निर्माण से संबंधित है- अनुराग ठाकुर*

*67 पदकों के साथ पंजाब यूनिवर्सिटी रही पहले स्थान पर*

*केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा- अब तक के सर्वश्रेष्ठ खेलो इंडिया गेम्स, माननीय सीएम योगी सहित पूरी टीम को दी बधाई* 

वाराणसी। उड़ीसा में हुए भीषण रेल हादसा को दृष्टिगत रखते हुए वाराणसी के बीएचयू में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के क्लोजिंग सेरिमनी कार्यक्रम को सादगी के साथ संपन्न किया गया। चूंकि खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाना था, इसलिए क्लोजिंग सेरिमनी को संपन्न करना था और इसे पूरी सादगी के साथ किया गया। 

       उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, केंद्रीय राज्य मंत्री गृह एवं खेल निशीथ प्रमाणिक ने शनिवार को वाराणसी में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के समापन समारोह में उपस्थित रहे। तीसरे खेलो इंडियन यूनिवर्सिटी गेम्स उत्तर प्रदेश का भारत की आध्यात्मिक राजधानी वाराणसी में समापन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) परिसर में एक सादगी भरे समापन समारोह के साथ हुआ। हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार की इच्छा थी कि इन खेलों के समापन समारोह का भव्य आयोजन किया जाये, लेकिन ओडिशा में रेल दुर्घटना त्रासदी के चलते उत्तर प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया कि इस आयोजन को सादगी के साथ किया जाये, ताकि इन खेलों मे प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा दिया जाये।  

         क्लोजिंग सेरिमनी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्वप्रथम ओडिशा में हुए भीषण रेल दुर्घटना त्रासदी के पीड़ितों को श्रद्धासुमन अर्पित करते घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु बाबा विश्वनाथ से कामना की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहली बार हुए इन खेलों में 200 से ज्यादा विश्वविद्यालयों के 4000 से ज्यादा खिलाड़ियों ने अपने कौशल व सामर्थ्य का प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खेलों में देश को महाशक्ति बनाने के संकल्प को खेलो इंडिया अभियान के माध्यम से गति दी। मुख्यमंत्री ने सभी प्रतिभागियों को खेल भावना के अविस्मरणीय प्रदर्शन के लिए  शुभकामनाएं देते हुए पदक विजेताओ को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पिछले 9 साल में भारत में विभिन्न खेलों में खिलाड़ियों के हिस्सा लेने के साथ  पदक जीतने का ग्राफ तेजी से आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार गांव-गांव में खेल सुविधाएं देने का काम कर रही है और हर ग्राम पंचायत में खेल मैदान की सुविधा देने के साथ गांवों के खेल मैदान ओर शहरों के पार्क में ओपन जिम स्थापित करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि उनकी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जिलों में युवा दल और महिला मंगल दल को 65,000 स्पोर्ट्स किट देने का काम किया गया। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया गेम्स एक उदाहरण बना गया है जिसमें पूरी तत्परता से खिलाड़ियों ने प्रतिभाग करते हुए खेलों के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को तीसरे खेलो इंडियन यूनिवर्सिटी गेम्स उत्तर प्रदेश की मेजबानी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय युवा मामले और खेल और सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और निशीथ प्रमाणिक (केंद्रीय राज्य मंत्री, गृह मंत्रालय और केंद्रीय राज्य मंत्री, युवा मामले और खेल मंत्रालय) का आभार जताते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। 

        केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि आज बहुत संतुष्टि मिली है, कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप खेलो इंडिया अभियान ने एक क्रांति का रूप ले लिया है। खेलो इंडिया गेम्स “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” की भावना से आयोजित किए जाता हैं। जहां विविध पृष्ठभूमि के एथलीट भाग लेते हैं और एक मंच पर अपनी विविधता साझा करते हैं। यह खेल की उत्कृष्टता और राष्ट्र की सेवा में अनुशासित, समर्पित तथा कर्त्तव्य-केंद्रित युवाओं के निर्माण से संबंधित है। खेल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स खेलों में देश के अंदर प्रतिभा की पहचान का सबसे बड़ा मंच बन गया हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में पहले स्थान पर पंजाब  यूनिवर्सिटी, दूसरे स्थान पर गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर और तीसरे स्थान पर कर्नाटक के जैन यूनिवर्सिटी रही।

केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री ने कहा कि गर्मी व मुश्किल समय में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रभावी नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में शानदार आयोजन किया है। इसके लिए उन्होंने भारत सरकार की तरफ से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी नाथ एवं उनके पूरे टीम को बधाई दी। खेल मंत्री ने कहा कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स देश के हर सामाजिक पृष्ठभूमि से आने वाले युवाओं के लिए प्रदर्शन करने का बेहतरीन माध्यम बना है। उन्होंने बंगाल की कुंडू, उड़ीसा की रग्बी खिलाड़ी निर्मला राव, मछली विक्रेता के पुत्र रग्बी खिलाड़ी भरत चौहान, वाराणसी के वॉलीबॉल खिलाड़ी श्रेयांश और त्रिपुरा की जूडो खिलाड़ी स्मिता डे का उदाहरण दिया और कहा कि यह सभी सामान्य परिवार से हैं लेकिन बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए विपरीत परिस्थितियां इनके आड़े नहीं आई है।

श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत वर्तमान में सभी क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन कर रहा है तो खेल में कैसे पीछे रह सकता है। अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भारत का पदक दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। यह संभव प्रधानमंत्री के नेतृत्व में खिलाड़ियों को हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराने और उनका मनोबल बढ़ाने के कारण हुआ है। कार्यक्रम के दौरान उड़ीसा में हुए रेल हादसे के दौरान मारे गए लोगों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित किया। इस अवसर पर ओडिशा में रेल दुर्घटना त्रासदी में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

      खेलो के इस महाकुंभ में पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ को 26 स्वर्ण, 17 रजत और 26 कांस्य पदकों के साथ ओवरऑल चैंपियन की ट्राफी मिली। वहीं गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर को  इस खेल महाकुंभ की उपविजेता ट्राफी मिली जिसने  24 स्वर्ण, 27 रजत, 17 कांस्य हासिल किए।  इसी के साथ जैन यूनिवर्सिटी, कर्नाटक को 16 स्वर्ण, 10 रजत, 6 कांस्य के साथ तीसरा स्थान मिला जिन्हें ट्राफियां प्रदान कर सम्मानित किया गया। 

       इस अवसर पर एक केआईयूजी यूपी रैप-अप फिल्म के साथ योगासन के खिलाड़ियों ने माथे पर काली पट्टी बांधकर व दीपक रखकर भी प्रदर्शन किया गया। 

       इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में निशीथ प्रमाणिक (केंद्रीय राज्य मंत्री, गृह मंत्रालय और केंद्रीय राज्य मंत्री, युवा मामले और खेल मंत्रालय), गिरीश चंद्र यादव (राज्य मंत्री-स्वतंत्र प्रभार), खेल एवं युवा कल्याण, उत्तर प्रदेश में स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल सहित अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद थे। 

        बताते चले कि उत्तर प्रदेश की मेजबानी में पहली बार आयोजित केआईयूजी 2022 यूपी  उच्च शिक्षा स्तर पर भारत की सबसे बड़ी बहु-खेल प्रतियोगिता का तीसरा संस्करण है। 12 दिवसीय इस खेल महाकुंभ में 200 से अधिक विश्वविद्यालयों के 4000 से अधिक एथलीटों ने विभिन्न 21 खेलों की प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धा की।

        गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में खेल की संस्कृति को और विकसित करने तथा देश के युवाओं को खेलों के लिए प्रोत्साहित करने पर बहुत ध्यान दिया है। सरकार द्वारा उदीयमान् खिलाड़ियों को सहयोग देने के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं और देश में खेल के इकोसिस्टम को मजबूत करने के प्रयास किए गए हैं। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन इसी दिशा में एक और शानदार कदम है। इस वर्ष खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तीसरे संस्करण का आयोजन 25 मई से 3 जून तक उत्तर प्रदेश में किया गया। ये खेल प्रतियोगिताएं वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ और गौतम बुद्ध नगर में आयोजित हुई। इन खेलों में 200 से अधिक विश्वविद्यालयों के 4750 से अधिक एथलीट भाग लिया और 21 प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धा किया। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के इस संस्करण का शुभांकर जीतू, यूपी के राजकीय पशु बारहसिंघा को बनाया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.