छूटे हुये दो वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती का होगा टीकाकरण
चंदौली। जनपद में आठ मार्च से मिशन इंद्रधनुष अभियान शुरू हो रहा है। तीन चरणों में चलने वाले इस अभियान में किसी कारणवश छूटे हुये दो वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती को नियमित टीके से प्रतिरक्षित किया जायेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वाई.के.राय ने बताया कि नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों को टीके का लाभ दिलाने व शत-प्रतिशत नियमित टीकाकरण के लिए इस अभियान की शुरुआत की जा रही है। अभियान का पहला चरण 8 मार्च से शुरू होकर 15 मार्च तक चलेगा।अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व योजना के नोडल डॉ आर.बी. शरण ने बताया कि जिले में शून्य से दो वर्ष तक के 84000 बच्चे और 60000 गर्भवती है। इनमे कोविड-19 या किसी अन्य कारण से टीकाकरण से छूटे दो वर्ष से कम आयु के बच्चों व गर्भवती को चिन्हित करने के लिये आशा, एएनएम घर-घर जाकर सर्वे करेंगी।
उनकी सूची तैयार करने के साथ ही उनका टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आठ मार्च से सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान का यह प्रथम चरण है । दूसरा चरण चार अप्रैल से और तीसरा चरण दो मई से शुरू होगा। अभियान के दौरान शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओवीपी, पेंटावेलेंट, रोटावायरस, मीजल्सरूबेला,विटामिन-ए, डीपीटी का बूस्टर डोज, आईपीवी, पीवीसी के टीके लगाए जाएंगे। इसके अलावा अभियान में गर्भवती को टेटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका भी लगाया जाएगा। छोटे बच्चों व गर्भवती में बीमारी से लड़ने की क्षमता कम होती है, इसलिए टीकाकरण जरूरी है ताकि उन्हें जानलेवा बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सकें।