सीएमडी एनसीएल भोला सिंह ने एनएससी मे किया अत्याधुनिक सीटी स्कैन इकाई का उद्घाटन

Spread the love

सोनभद्र भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के जयंत स्थित नेहरू शताब्दी चिकित्सालय (एनएससी) को एक नवीन सीटी स्कैन मशीन की सौगात मिली है।  गुरुवार को एनसीएल के अध्यक्ष-सह प्रबंध निदेशक  भोला सिंह ने इस अत्याधुनिक सीटी स्कैन इकाई का उद्घाटन किया । इस दौरान निदेशक (तकनीकी/ संचालन)  डॉ अनिंद्य सिन्हा, निदेशक (कार्मिक)  मनीष  कुमार,  निदेशक (वित्त)  रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी /परियोजना  एवं योजना)  जितेंद्र मलिक,   सीएमएस एनसीएल , सीएमओ  एनएससी  एवं मुख्यालय से विभागाध्यक्ष एवं सामग्री प्रबंध से जुड़े अधिकारी उपस्थित रहे ।

  उच्च क्षमता युक्त इस  सीटी स्कैन मशीन के आने से नेहरू शताब्दी चिकित्सालय में उपलब्ध अत्याधुनिक जांच मशीनों की फेहरिस्त में एक और नया नाम जुड़ गया है जिससे अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों विशेषकर एनसीएल कर्मियों एवं आस पास के ग्रामीणों को काफी सुविधा मिलेगी ।  96 स्लाइड वाली यह मशीन बेहद ही आधुनिक है एवं पूरे सिंगरौली परिक्षेत्र में अपनी तरह की एकलौती मशीन है। इस अवसर पर सीएमडी एनसीएल  भोला सिंह ने कहा कि सिंगरौली जैसे दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र मे सस्ती एवं सर्वसुलभ चिकित्सा सुविधा  उपलब्ध कराने के प्रति एनसीएल प्रबंधन प्र्तिबद्ध है । इस  मशीन  की  स्थापना,  सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की सहभागिता  के तहत की गयी है जो सिंगरौली जैसे  क्षेत्र मे  बेहतर  स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने मे पीपीपी मॉडल की महत्ता को दर्शाता है । उन्होने एनएससी प्रबंधन एवं सहभागी संस्था का  इस बेहतरीन चिकित्सा उपकरण को नेहरू अस्पताल  मे स्थापित करने के लिए आभार व्यक्त किया । 

एनसीएल का जयंत स्थित नेहरू शताब्दी चिकित्सालय सिंगरौली परिक्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल है जो यहाँ की लाइफ लाइन है।  सीटी स्कैन का पूरा नाम कंप्यूटराइज्ड टोमोग्राफी स्कैन होता है। यह एक तरह का उच्च  एक्स-रे होता है जो शरीर के  क्रॉस-सेक्शनल  इमेजेस  बनाने  के  लिए  कंप्यूटर  और  रोटेटिंग  एक्स-रे  मशीनों  का  उपयोग  करता  है। ये  इमेजेस नॉर्मल  एक्स- रे  इमेजेस  की  तुलना  में  ज्यादा डिटेल्ड इन्फॉर्मेशन देती  हैं। अपनी हाई-स्पीड स्कैनिंग क्षमताओं और उन्नत इमेज प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर के साथ मशीन कैंसर, हृदय रोग और तंत्रिका संबंधी विकारों जैसी जटिल चिकित्सा स्थितियों का पता लगा सकती है और उनका निदान कर सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.