सोनभद्र, सिंगरौली/ बुधवार को नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड(एनसीएल) ने अधिभार (ओबी) और इससे बनने वाले उत्पादों को उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए एमएसटीसी लिमिटेड के साथ एमओयू किया है , एमओयू पर एनसीएल की ओर से महाप्रबंधक(एम & एस ),एनसीएल एस के रॉय तथा एमएसटीसी लिमिटेड की ओर से अभिषेक चौधरी ने हस्ताक्षर किए । एनसीएल ने अपनी 10 खुली खदानों से निकाले गए अधिभार व इसके उत्पादों के लाभकारी उपयोग के लिए यह अनूठी पहल की है।
मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉर्पोरेशन लिमिटेड(एमएसटीसी), भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली एक मिनीरत्न कंपनी है जो मुख्यतः धातु स्क्रैप (लौह / गैर-लौह), अधिशेष भंडार,संयंत्र और मशीनरी, अप्रचलित पुर्जों, वाहनों, खनिज, वन और कृषि उत्पादों, अचल संपदा आदि की ई-नीलामी, ई-बिक्री के क्षेत्र में सक्रियता से कार्य करती है ।
एनसीएल ने अमलोरी क्षेत्र में अधिभार से प्रतिदिन 1000 घन मीटर की दर से बालू तैयार करने के लिए एक पायलट परियोजना स्थापित की है जिसे जल्द ही चालू कर दिया जाएगा। कंपनी व्यवसाय विविधीकरण के तहत अधिभार सामग्री के वैकल्पिक उपयोग की संभावना भी तलाश रही है। गौरतलब है कि खुली खदानों में जमीन से कोयले को निकालने के लिए मिट्टी व चट्टानों की ऊपरी परत को हटाना पड़ता है । यही परत अधिभार कहलाती है और खनन प्रक्रिया को सुचारु ढंग से चलाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है । एनसीएल ने वित्त वर्ष 2022-23 में 410 मिलियन क्यूबिक मीटर अधिभार हटाव लक्ष्य के सापेक्ष अभी तक 25 प्रतिशत की वार्षिक बढ़त के साथ 313 मिलियन क्यूबिक मीटर अधिभार हटाया है ।