ईसीएल में राजभाषा हिंदी माह, 2022 का समापन-सह-सम्मान समारोह सौहार्दपूर्ण संपन्न

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 वाराणसी। संविधान सभा ने 14 सितंबर, 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया। इस पावन दिवस की स्मृति में प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 1975 में राजभाषा विभाग की स्थापना की गई और यह दायित्व सौंपा गया कि केंद्र सरकार के सभी कार्यालयों/मंत्रालयों/उपक्रमों/बैंकों आदि में अधिक से अधिक कार्य हिंदी में किया जाना सुनिश्चित किया जाए। फलस्वरूप वर्ष 1979 में ईसीएल में राजभाषा विभाग को स्थापित किया गया और तब से ईसीएल एवं इसके समस्त खनन क्षेत्र राजभाषा (हिंदी) के संवर्धन के लिए सदैव ऊर्जावान और निरंतर प्रयासरत है।

भारत सरकार के गृह मंत्रालय एवं कोयला मंत्रालय द्वारा राजभाषा (हिंदी) के प्रचार व प्रसार को प्रभावी एवं व्यापक बनाने के लिए सितंबर माह, 2022 को ऊर्जा, उत्साह और उल्लास के साथ राजभाषा (हिंदी) माह, 2022 के रूप में मनाने तथा इस दौरान विविध आयोजनों के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशानिर्देश प्रदान किया गया था। साथ ही, संपूर्ण ईसीएल में भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण की स्थापना के लिए केंद्रीय सतर्कता आयोग के दिशानिर्देशानुसार निवारक सतर्कता सह हाउस कीपिंग गतिविधियों के छः मापदण्डों यथा संपत्ति प्रबंधन, आस्तियों का प्रबंधन , अभिलेख प्रबंधन , प्रौद्योगिकीय नवाचारों , नियमावलियों के अद्यतन , शेष परिवादों  के निपटारण के लिए 16 अगस्त से 15 नवंबर, 2022 तक तीन महीनों का सघन अभियान चलाई जा रही है, जिसमें ईसीएल के सभी कर्मियों की पूर्ण सहभागिता सुनिश्चित करने की मंशा से और राजभाषा (हिंदी) का उत्साहवर्धक वातावरण सृजित करने के लिए राजभाषा (हिंदी) के ध्येय के साथ इसे संयुक्त कर संपूर्ण ईसीएल में राजभाषा (हिंदी) माह, 2022 मनाए जाने का निर्देश ईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक  अंबिका प्रसाद पंडा जी द्वारा प्रदान किया गया था जिसके फलस्वरूप ईसीएल के मुख्यालय सहित समस्त खनन क्षेत्रों व कल्ला अस्पताल में विनिर्दिष्ठ उद्देश्य व ध्येय के साथ अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में राजभाषा (हिंदी) माह, 2022 के दौरान विविध आयोजनों, नानाविध प्रतियोगिताओं व हिंदी दिवस समारोह सहित कुल सत्तर (70) आयोजनों को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया।  

समापन-सह-सम्मान समारोह में अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अंबिका प्रसाद पंडा, निदेशक (तकनीकी) योजना व परियोजना जयप्रकाश गुप्ता, नव निदेशक (वित्त) मो. अंज़ार आलम, मुख्य सतर्कता अधिकारी, श्रमिक संगठन के प्रतिनिधिगण, क्षेत्रीय महाप्रबंधकगण एवं महाप्रबंधक / विभागीय प्रधानों के आगमन पर कोल इंडिया लिमिटेड के कॉर्पोरेट गीत की प्रस्तुति, उनके द्वारा मंगलदीप प्रज्ज्वलन, गणेश वंदना, तदनुपरांत निदेशक मंडल व सीवीओ सर का मंचानुरक्षण और उन्हें पुष्पगुच्छ अर्पण किया गया। समारोह में सभी मंचासीन महोदय एवं उपस्थित श्रोतागण का कार्मिक प्रबंधक  आशा सिंह द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात मंचासीन महोदय द्वारा ईसीएल के राजभाषा विभाग द्वारा प्रकाशित बांग्ला पत्रिका ‘मृदंगार’ के द्वितीय अंक का विमोचन किया गया। समारोह को सभी मंचासीन अतिथियों द्वारा संबोधित किया गया। ईसीएल सीएमडी  अंबिका प्रसाद पंडा जी द्वारा समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी एक सरल भाषा है इसका पता चलता है जब हम ट्रेन में सफर करते है हम जितने स्टेशनों से गुजरते है तो बहुत सारे लोग हिंदी में बातचीत करते हैं। ईसीएल में सरल हिंदी भाषा का प्रयोग और आपसी समन्वय से कार्यालयीन कार्यों में हिंदी के विकास को सुनिश्चित करें। ई-ऑफिस में हिंदी में काम करना आसान है।

निदेशक (तकनीकी) योजना व परियोजना ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी भाषा के प्रति लगाव और अनुराग राष्ट्र प्रेम का ही एक रूप है। हिंदी ने सभी भारतवासियों को एक सूत्र में पिरोकर सदैव अनेकता में एकता की भावना को पुष्ट किया है। निदेशक (वित्त) महोदय ने कहा कि हिंदी भाषा का विकास और समृद्धि क्षेत्रीय भाषा के विकास और समृद्धि से सिद्ध होती है। हमें बांग्ला और संथाली भाषाओं को अच्छी तरह से समझना है, आपसी संवाद में प्रयोग करना है। हमें हिंदी भाषा में बांग्ला और संथाली शब्दों के प्रयोग को बढ़ावा देना है और यही भारतीय संविधान का मूल है जिससे सामासिक संस्कृति मजबूत होगी।

वक्तव्य समाप्ति के उपरांत पुरस्कार वितरण कार्यक्रम आरंभ किया गया। पूरे सितंबर माह में आयोजित प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाल प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण किया गया। उसके बाद, राजभाषा कार्यान्वयन में सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्रदान किया गया। सर्वश्रेष्ठ विभाग में प्रथम कंपनी सचिवालय, द्वितीय सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ एवं तृतीय कार्मिक व औद्योगिक संबंध को दिया गया। भाषायी क्षेत्र में वर्गीकृत ‘ग’ क्षेत्र के लिए सर्वश्रेष्ठ क्षेत्र में प्रथम सलानपुर क्षेत्र, द्वितीय केंदा क्षेत्र एवं तृतीय काजोड़ा क्षेत्र तथा ‘क’ क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ क्षेत्र संथाल परगना माइन्स (एस.पी. माइन्स) को प्रदान किया गया। राजभाषा (हिंदी) में सर्वश्रेष्ठ नवाचार पुरस्कार कुनुस्तोड़िया क्षेत्र को प्रदान किया गया। इसे ग्रहण करने के लिए संबद्ध क्षेत्रीय महाप्रबंधक/ क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक आए थे। सभी राजभाषा नोडल अधिकारियों में से सर्वश्रेष्ठ राजभाषा नोडल अधिकारी सलानपुर क्षेत्र के श्रीमती आलिभिया चैटर्जी एवं सर्वश्रेष्ठ राजभाषा संवर्गीय कर्मी पुरस्कार कुनुस्तोड़िया क्षेत्र के मनोज मंडल को प्रदान किया गया। मुख्यालय स्तर पर आयोजित नानाविध प्रतियोगिताओं के सफल प्रतिभागियों को इस समारोह में पुरस्कृत किया गया जिसमें से स्थानीय सात स्कूलों के 30 विद्यार्थियों एवं ईसीएल मुख्यालय के चालीस (40) कर्मियों थे। इस आयोजन में विशेष रूप से दो (02) नर्सरी कक्षा के तीन से चार वर्षीय बालिका एवं बालक को उनके उत्तम चित्रकारी के लिए पुरस्कृत किया गया। 

क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगतिओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को क्षेत्रीय महाप्रबंधक द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में पुरस्कृत किया गया। राजभाषा कर्मी  जसविंदर सिंह घुमन द्वारा उपस्थित सभी गणमान्य जनों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए राजभाषा (हिंदी) माह, 2022 के समापन-सह-सम्मान समारोह को सौहार्द व उल्लास पूर्ण संपन्न किया गया। समारोह का संचालन उप प्रबंधक (कार्मिक) सुश्री भावना द्वारा किया गया। मुख्यालय स्तर पर आयोजित राजभाषा (हिंदी) माह, 2022 समापन-सह-सम्मान समारोह में कंपनी एवं इसके खनन क्षेत्रों के शीर्षस्थ पदाधिकारियों, राजभाषा नोडल अधिकारियों, राजभाषा संवर्गीय कर्मियों, क्षेत्रवार प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों एवं ईसीएल मुख्यालय के समीपवर्ती अवस्थित विद्यालयों के विद्याथियों जिन्होंने विनिर्दिष्ट प्रतियोगिताओं में अपनी सहभागिता दिए हैं को आमंत्रित किया गया था।

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