वाराणसी/ बनारस रेल इंजन कारखाना स्टेडियम में आज 74वां गणतंत्र दिवस समारोह हर्षोल्लास एवं विविध रंगारंग तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि रजनीश गुप्ता, प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक द्वारा ध्वजारोहण के साथ परेड द्वारा सलामी एवं राष्ट्रीय धुन की प्रस्तुति के साथ हुआ। तत्पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा रेलवे सुरक्षा बल, नागरिक सुरक्षा दल, सेन्ट जॉन्स एम्बुलेन्स ब्रिगेड, भारत स्काउट्स एवं गाइड्स परेड टुकड़ियों का निरीक्षण किया गया।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि आज के दिन, हम अपने पूर्वजों को, कृतज्ञता के साथ याद करते हैं। जिनके प्रयासों से, देश को न केवल बहुमूल्य संप्रभुता मिली, बल्कि, सामाजिक और आर्थिक स्वतंत्रता भी मिली। पूर्वजों के त्याग से प्रेरित होकर, हमें भी अपनी आने वाली पीढ़ी के बारे में सोचना है। तथा, भारत को एक सामाजिक रूप से न्यायसंगत और आर्थिक रूप से मजबूत देश बनाने की दिशा में योगदान देना है।
मुख्य अतिथि ने बरेका द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 के दिसम्बर माह तक 256 रेल इंजनों का रिकार्ड उत्पादन के लिए टीम बरेका के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इनमें भारतीय रेल के परिचालन हेतु 253 रेल इंजन एवं गैर रेलवे ग्राहकों हेतु 3 डीजल रेल इंजन शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 150 लोको सेट निर्माण के लक्ष्य को वित्त वर्ष समाप्त होने से तीन महीने पहले दिसम्बर’ 2022 में हासिल कर लिया गया। इसी परिप्रेक्ष्य में बरेका ने, अपनी स्थापना से, अब तक, विभिन्न श्रेणी के कुल 9645 रेल इंजन राष्ट्र की सेवा में बनाये हैं। जिसमें 8301 डीजल, 1 डूअल मोड, 8 डीज़ल से विद्युत कन्वर्ज़न लोको तथा 1335 विद्युत रेल इंजन बनाकर, बरेका, वास्तविक रूप में, बहुमुखी तकनीकी क्षमताओं का प्रतीक, बन गया है।
बरेका आत्मनिर्भर भारत अभियान को आगे ले जाने हेतु प्रतिबद्ध है। घरेलू उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करना, आत्मनिर्भर भारत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। लोको शेल की गुणवत्ता पर एक ई बुक प्रकाशित की है, जो कि शेल बनाने में बेहतर गुणवत्ता के लिए, शेल निर्माताओं को मार्गदर्शित करेगी। देश की युवाशक्ति को सक्षम बनाने हेतु बरेका कटिबद्ध है। इस उद्देश्य से, रेल कौशल विकास योजना के अंतर्गत35 से 18 वर्ष आयु वर्ग के 10वीं पास युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत भारतीय रेल के विभिन्न ट्रेनिंग सेंटरों में अभी तक, 14125 युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। बरेका को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए नोडल एजेंसी बनाया गया है। हमें गर्व है कि राजभाषा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के लिए, हमें कमलापति त्रिपाठी राजभाषा स्वर्ण पदक पुरस्कार प्राप्त हुआ।
पर्यावरण एवं जल संरक्षण के लिए बरेका में स्थापित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से, प्रतिदिन3.72 मिलियन लीटर जल का ट्रीटमेंट किया जाता है। इसके परिणामस्वरूप भारी मात्रा में पेयजल की बचत होती है। इसके अलावा कंचनपुर कॉलोनी में 7,500 से अधिक, वर्ग मीटर क्षेत्रफल में तालाब का निर्माण किया गया है। गंदे पानी की समस्या दूर करने के उद्देश्य से 2950 मीटर से अधिक की पेयजल पाइपलाइन बदली, जिससे आवासों में साफ पानी की सप्लाई सुनिश्चित हुई। हरित ऊर्जा के प्रसार हेतु अब तक लगाए गए 3859 किलोवाट के ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट से प्रतिमाह, लगभग 3.87 लाख यूनिट विद्युत का उत्पादन किया जा रहा है। इससे, ग्रिड विद्युत खपत में 20.62 प्रतिशत की कमी आई।
अंत में मुख्य अतिथि महोदय द्वारा महिला समिति की ओर से बरेका क्रेच सेंटर को 15 नं. कुर्सी, 4 नं. टेबल एवं 25 नं. स्क्रिबल पैड एवं दिव्यांग कर्मचारी को आवश्यक उपयोगी उपकरण भेंट किया गया । रंग बिरंगी झण्डियों एवं फूल-पत्तियों से सुसज्जित स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में बरेका सांस्कृतिक संस्था द्वारा रंग-बिरंगे आकर्षक परिधानों में देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि महोदय ने 74वें गणतंत्र दिवस समारोह के लिए बरेका परिवार को बधाई देते हुए अपने संबोधन का समापन किया। समारोह के अंत में धन्यवाद ज्ञापन जन सम्पर्क अधिकारी राजेश कुमार एवं कार्यक्रम का सुरूचिपूर्ण संचालन वरिष्ठ अनुवादक अमलेश श्रीवास्तव द्वारा किया गया ।