रांची । सीएमपीडीआई के ‘‘मयूरी प्रेक्षागृह’’ में भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव रामजी अम्बेदकर की 133वीं जयंती मनायी गयी। सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार, निदेशक (तकनीकी/सीआरडी) शंकर नागाचारी, निदेशक (तकनीकी/पीएंडडी) अजय कुमार, क्षेत्रीय संस्थान-3-रांची के क्षेत्रीय निदेशक जयंत चक्रवर्ती, महाप्रबंधक व विभागाध्यक्षगण ने श्रद्धांजलि अर्पित की और डाॅ0 भीमराव अम्बेदकर के योगदान को याद किया। इस अवसर पर श्री कुमार ने लोगों से डाॅ0 भीम राव से संबंधित साहित्य एवं पुस्तकें पढ़ने की अपील की। इससे उनके आदर्शों और सिद्धांतों के वास्तविक सार को जानने व समझने में सहूलियत होगी। साथ ही, उन्होंने कहा कि उनके बताए हुए मार्ग पर चलकर समतामूलक समाज के निर्माण के लिए प्रयास करना चाहिए।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री विजय कुमार त्रिशरण, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सेल, रांची ने स्वतंत्रता, समानता एवं बंधुत्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में तीन महत्वपूर्ण कारक हैं जो देश के सभी नागरिकों को सशक्त बनाता है। आगे कहा कि शिक्षा का उद्देश्य समाज की भलाई के लिए व्यक्ति को सामाजिक बनाना, नैतिक बनाना और सामाजिक न्याय के लिए प्रयास करना है।
इस अवसर में कोल इंडिया एससी/एसटी इम्प्लाइज असोसियेशन (सिस्टा) के अध्यक्ष के0एम0 डार्विन, प्रतिनिधि प्रवीण कुमार, टुकलाल निराला, एससी/एसटी/ओबीसी परिषद् के सदस्य गोरेलाल पासवान, राजेश साव, मनोज कुर्रे, श्रीमती मीरा कुमारी एवं अन्य लोगों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
मौके पर डाॅ0 भीमराव अम्बेदकर जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित ड्राइंग और क्वीज कम्पीटिशन के विजेताओं को सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री मनोज कुमार, निदेशकद्वय शंकर नागाचारी एवं अजय कुमार, क्षेत्रीय निदेशक जयंत चक्रवर्ती ने सम्मानित किया। इससे पूर्व, सीएमपीडीआई काॅलोनी में प्रभात फेरी निकाली गयी।