विलासपुर। भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग एवं कोयला मंत्रालय के निर्देशन में, छत्तीसगढ़ स्थित कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी, साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) ने 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2024 तक विशेष अभियान 4.0 चलाने की योजना बनाई है। इसका मुख्य उद्देश्य सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता को बढ़ावा देना, लंबित फाइलों और शिकायतों का निपटारा करना तथा स्क्रैप का उचित प्रबंधन करना है।अभियान के तहत, एसईसीएल ने 2200 मेट्रिक टन स्क्रैप हटाने का लक्ष्य रखा है, जिससे लगभग 30 लाख वर्ग फुट जगह खाली होगी। इस जगह का बेहतर पुनरुपयोग किया जाएगा और इससे 10 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व भी अर्जित होगा।एसईसीएल ने डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा देते हुए लंबित फाइलों/ई-फाइलों और शिकायतों के त्वरित निपटारे का भी लक्ष्य रखा है।
ई-ऑफिस के माध्यम से आंतरिक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने के साथ-साथ कागजी कार्य को कम करने की योजना बनाई गई है।अभियान के पहले चरण, स्वच्छता ही सेवा 2024 के अंतर्गत, 14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सार्वजनिक स्थानों विशेषकर नदियों की सफाई के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। मुख्यालय एवं संचालन क्षेत्रों में सफाई मित्रों का सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है। साथ ही, बच्चों में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्वच्छता की पाठशाला एवं नुक्कड़ नाटकों का भी आयोजन किया जा रहा है।अभियान के दौरान, पुरानी फाइलों की समीक्षा कर उन्हें बंद करने, स्क्रैप निपटान और सरलीकरण की प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे परिचालन दक्षता और पारदर्शिता में सुधार होगा।
एसईसीएल, भारत की दूसरी सबसे बड़ी कोयला कंपनियों में से एक है, जो मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्यों में 60 से अधिक कोयला खदानों का संचालन करती है। एसईसीएल, कोरबा जिले में स्थित दुनिया की दो सबसे बड़ी कोयला खदानों – गेवरा एवं कुसमुंडा का भी संचालन करती है।