बीजपुर (सोनभद्र) जरहा वनरेंज क्षेत्र के जंगलों से कीमती पेड़ों का कटान बदस्तूर जारी है तो नदियों से बालू खनन बेलगाम हो गया है। ताजा मामला लीलाडेवा बीट के महुली कम्पार्टमेंट सेक्शन नम्बर एक और दो से लकड़ी माफिया चालीस से अधिक कत्था और बेश कीमती पेड़ दो दिन पहले काट कर उठा ले गए। मामले की जानकारी शुक्रवार को तब हुई जब वन कर्मियों का एक दल जंगल मे गया तो मौके की हालत देख हैरान रह गया। वन कर्मियों ने कटे पेड़ों का फोटो और वीडियो बना कर सोशल मीडिया में वायरल कर अपने विभाग से ही सवाल पूछने लगे।
बताया गया कि उक्त जंगल के क्षेत्रीय वन दरोगा श्यामलाल सत्येंद्र सिंह वीरेंद्र चैबे बीट वाचर मोतीचंद को जब इसकी जानकारी हुई तो जंगल की सुरक्षा में तैनात बन कर्मियों के पैरों तले जमीन खिसक गयी। इधर ग्रामीणों का आरोप है कि जरहा के आजीर नदी पिण्डारी के बिच्छी नदी महरिकला खम्हरिया सिरसोती के रिहन्द डैम के अलावा बघाडू मोखना डुमरचुआ डिघुल महुली जलजलिया बरन नदी ठुरुककी नदी सहित तीन दर्जन स्थानों पर रास्ता बना कर अबैध बालू खनन और परिवहन बदस्तूर जारी है।ग्रामीणों की माने तो ट्रैक्टर और टीपर के गड़गड़ाहट की शोर से लोगों की रात में नीद हराम हो गयी है। बताया जाता है कि वर्तमान समय मे अबैध खनन कर बरसात के लिए खनन माफिया स्टॉक बनाने में लगे हुए हैं। रेंजर जरहा राजेश सिंह से खनन को लेकर पूछे गए सवाल पर बोले कि आज से खनन बन्द करा दिया गया है वनकर्मियों को सख्ती बरतने का निर्देश दिया गया है।अबैध जंगल कटान को लेकर रेंजर ने कहा कि कुछ लोग अपने घर मे लगाने के लिए जंगल से पेड़ काटे हैं मामले में जांच बाद सम्बन्धितों पर विभागीय कार्रवाई की गयी है।