प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब मैंने इस वर्चुअल समिट का प्रस्ताव रखा था तब मुझे पूर्वानुमान नहीं था कि आज की वैश्विक स्थिति कैसी होगी। पश्चिमी एशिया क्षेत्र में अस्थिरता और असुरक्षा की स्थिति हम सब के लिए चिंता का विषय है। आज हम सभी का एक साथ आना इस बात का प्रतीक है कि हम सभी मुद्दों के प्रति संवेदनशील हैं और इनके समाधान के लिए एक साथ खड़े हैं।
जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम जी20 को नयी ऊंचाइयों पर ले गए हैं। उन्होंने बताया कि जी20 ने बहुपक्षवाद पर विश्वास बढ़ाया है। पश्चिम एशिया में असुरक्षा और अस्थिरता हम सभी के लिए चिंता का विषय है। मोदी ने कहा कि आतंकवाद हम सभी के लिए अस्वीकार्य है; आम नागरिकों की मृत्यु, चाहे कहीं भी हो, निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि इजराइल-हमास संघर्ष क्षेत्रीय संघर्ष में न बदले। मोदी ने कहा कि हम पश्चिम एशिया में बंधकों की रिहाई के समाचार का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि कृत्रिम मेधा (एआई) लोगों तक पहुंचनी चाहिए और समाज के लिए सुरक्षित होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब मैंने इस वर्चुअल समिट का प्रस्ताव रखा था तब मुझे पूर्वानुमान नहीं था कि आज की वैश्विक स्थिति कैसी होगी। पश्चिमी एशिया क्षेत्र में अस्थिरता और असुरक्षा की स्थिति हम सब के लिए चिंता का विषय है। आज हम सभी का एक साथ आना इस बात का प्रतीक है कि हम सभी मुद्दों के प्रति संवेदनशील हैं और इनके समाधान के लिए एक साथ खड़े हैं।
उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि आतंकवाद हम सभी को अस्वीकार्य है। नागरिकों की मौत कहीं भी हों निंदनीय है। आज हुए बंधकों की रिहाई के समाचार का हम स्वागत करते हैं। मानवीय सहायता का समय से और निरंतर पहुंचना आवश्यक है। ये सुनिश्चित करना भी ज़रूरी है कि इज़राइल और हमास की लड़ाई किसी तरह का क्षेत्रीय रूप धारण न कर ले।
मोदी ने कहा कि 21वीं सदी के विश्व को आगे बढ़ते हुए ग्लोबल साउथ की चिंताओं को प्राथमिकता देनी होगी। ग्लोबल साउथ के देश ऐसी अनेक कठिनाइयों से गुजर रहे हैं जिनके लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं। समय की मांग है कि हम विकास एजेंडे को अपना पूर्ण समर्थन दें।