ज्वाला देवी सिविल लाइन्स में शिक्षक दिवस के अवसर किया गया शिक्षक-शिक्षिकाओं का सम्मान

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मनोज पांडेय

प्रयागराज। ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर काॅलेज सिविल लाइन्स में डा० सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयन्ती को शिक्षक दिवस के रुप में मनाया गया। इस अवसर पर ज्वाला देवी काॅलेज सिविल लाइन्स के विशाल सभागार में सभी शिक्षको का सम्मान किया गया। सम्मान समारोह कार्यक्रम का शुभ्भारम्भ मुख्य अतिथि डाॅ राम मनोहर (प्रान्त संगठन मंत्री, विद्या भारती काशी प्रान्त), अध्यक्ष डा० संजय सिंह (प्रबन्धक, ज्वाला देवी सिविल लाइन्स), विशिष्ट अतिथि सुरेश चन्द्र श्रीवास्तव (कोषाध्यक्ष, ज्वाला देवी सिविल लाइन्स) तथा विद्यालय के प्रधानाचार्य रामजी सिंह जी ने डा० सर्वपल्ली राधाकृष्णन एवं माॅ सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीपार्चन एव पुष्पार्चन से किया। तत्पश्चात् विद्यालय के आचार्य सन्तोष पाण्डेय ने आये हुये अतिथियों का परिचय कराया।

कार्यक्रम की प्रस्ताविकी प्रस्तुत करते हुये विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा कि पूरे देश में यह दिन शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है, इस दिन शिक्षकों का सम्मान किया जाता है। यह सही कहा गया है कि शिक्षक हमारे समाज की रीढ़ की हड्डी होते है। वे विद्यार्थियों के चरित्र का निर्माण करने और उसे भारत के आदर्श नागरिक के आकार में ढालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शिक्षक वह दीपक है जो हमारे अंदर ज्ञान का उजाला भरते हैं।

इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित सुरेशचन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि संसार में ब्रह्मा, विष्णु और महेश से भी उच्च स्थान रखने वाला गुरु का पद होता है। गुरु एक कुशल मूर्तिकार होता हैं वह जिस तरह चाहता हैं उसी प्रकार बालक रुपी मूर्ति का निर्माण कर देता है। अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि ने कहा कि हमारे माता-पिता हमें जन्म देते हैं। वहीं शिक्षक हमें सही और गलत का फर्क बता कर हमारे चरित्र का निर्माण करते हैं। शिक्षक सही मार्ग दर्शन के साथ हमारे भविष्य को उज्जवल बनाते हैं। इसलिए कहा जाता है कि शिक्षकों का स्थान हमारे माता-पिता से भी ऊपर होता है। 

इसी क्रम में अपने अध्यक्षीय आशीर्वचन में कार्यक्रम के अध्यक्ष डाॅ संजय सिंह ने कहा कि शिक्षा के बिना हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। जिस प्रकार हमारे शरीर को भोजन की आवश्यकता होती है उसी प्रकार हमें जीवन में आगे बढ़ने और ऊंचाइयों को हासिल करने के लिए शिक्षा की जरुरत होती है। सभी छात्रों को निस्वार्थ भाव से एक शिक्षक ही शिक्षा प्रदान कर सकता है। शिक्षक हमारे अंदर की बुराइयों को दूर कर हमें एक बेहतर इंसान बनाते हैं। कार्यक्रम के अन्त में विद्यालय के व्यवस्था प्रमुख दीपक यादव जी ने मुख्य अतिथि, अध्यक्ष तथा कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगो के प्रति आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्रधानमंत्री भैया मृदुल बाजपेयी के द्वारा किया गया।

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