सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा ने कहा एसईसीएल के पास वो कार्यसंस्कृति है जो उसे उत्कृष्टम के शिखर पर ले जा सकती है
विलासपुर। एसईसीएल मुख्यालय में अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा के मुख्य आतिथ्य, निदेशक मंडल, सीवीओ, संचालन समिति, कल्याण बोर्ड, सुरक्षा समिति, सिस्टा, कौंसिल एवं ओबीसी एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं विभिन्न क्षेत्रों से आए अधिकारी-कर्मचारीगण, विभिन्न विभागाध्यक्षों व स्थानीय अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति में एसईसीएल का 40वॉं स्थापना दिवस सोल्लास मनाया गया।
अपने सम्बोधन में अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने कहा कि एसईसीएल के पास साधन भी है, संसाधन भी है और कार्यसंस्कृति भी है जो इसे उत्कृष्टता के शिखर पर ले जा सकते हैं। एसईसीएल ने कोयला उत्पादन में पिछले 2 वर्षों में लगभग 45 मिलियन टन की ऐतिहासिक बढ़ोत्तरी दर्ज की है जोकि आप सभी के कठिन परिश्रम का ही फल है। एक समय था जब 6 लाख क्यूबिक मीटर ओबीआर निकालना बहुत मुश्किल लगता था लेकिन आज हम प्रतिदिन 13 लाख क्यूबिक मीटर ओबीआर निकाल रहे हैं जोकि हमारे श्रमवीरों की मेहनत और लगन का प्रमाण है।
40वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य आकर्षण के रूप में सुप्रसिद्ध, लेखक एवं कॉर्पोरेट स्पीकर श्री देवदत्त पटनायक द्वारा एक प्रेरक उद्बोधन दिया गया जिसमें उन्होंने जीवन में भारतीय शास्त्रों एवं वेदों के महत्व पर प्रकाश डाला।
40वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर एसईसीएल के नए लोगो का अनावरण भी किया गया। साथ ही राष्ट्र की ऊर्जा ज़रूरतों को पूरा करने में एसईसीएल के योगदान पर केंद्रित एक विशेष फ़िल्म का प्रदर्शन भी किया गया। इस अवसर पर विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संचालन क्षेत्रों, विभगाध्यक्षों, अधिकारियों एवं खनिक श्रमवीरों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में भूतपूर्व सीएमडी एवं निदेशकगणों के साथ एक संवाद सत्र का भी आयोजन किया गया जिसमें उन्होंने राष्ट्र को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने में एसईसीएल की भूमिका पर मंथन किया।