राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आर.एस.पी.) द्वारा 05 जुलाई, 2024 को इस्पात अरण्य उद्यान, सेक्टर-20 में आयोजित सामूहिक पर्यावरण जागरूकता और वृक्षारोपण महोत्सव में इस्पात शहर के विभिन्न स्कूलों के 300 से अधिक छात्रों सहित राउरकेला इस्पात संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ-साथ सी.आई.एस.एफ. कर्मियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। राउरकेला इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी, अतनु भौमिक ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय अधिकारी, ओ.एस.पी.सी.बी., ओडिशा सरकार, डॉ. अनूप मलिक, मंडल प्रबंधक, ओ.एफ.डी.सी., ओडिशा सरकार, बी.राउत, कार्यपालक निदेशक (वर्क्स), एस.आर.सूर्यवंशी, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) तथा अतिरिक्त प्रभार कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएँ), तरुण मिश्र, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा), ए.के. बेहुरिया, सी.आई.एस.एफ. के वरिष्ठ कमांडेंट, अशोक जलवानिया तथा संयंत्र के कई मुख्य महा प्रबंधक एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।।
कार्यक्रम की शुरुआत श्री भौमिक द्वारा पहला पौधा लगाने के साथ हुई। 3.50 एकड़ भूमि पर छतियाना, करंज, नीम, महानीम, पटुली, जामुन, सुनारी, सिसू, बकुल, आंवला जैसी विभिन्न किस्मों के 2000 पौधे लगाए गए। उल्लेखनीय है कि, उद्यानकृषि विभाग ने इन पौधों को स्वयं विकसित किया है।
इससे पूर्व, उप महा प्रबंधक (उद्यानकृषी) एवं क्षेत्रीय विकास परियोजना प्रभारी, डॉ. अविजित विश्वास द्वारा प्रस्तुतीकरण के माध्यम से गण्यमान्यों को उद्यानकषि विभाग की व्यापक पौधारोपण गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत आई.ई.एम.एस., सेक्टर-20 के विद्यार्थियों द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर एक भावपूर्ण गीत की प्रस्तुति के साथ हुई।
प्रारंभ में इस्पात इंग्लिश मीडियम स्कूल, सेक्टर-20, इस्पात विद्या मंदिर, सेक्टर-19, दिल्ली पब्लिक स्कूल, सेक्टर-14, ज्ञानज्योति पब्लिक स्कूल सेक्टर-19, दीपिका अंग्रेज़ी माध्यम विद्यालय, सेक्टर-5 और दीपिका इस्पात शिक्षा सदन, सेक्टर-18 के एन.सी.सी. कैडेट्स पर्यावरण जागरूकता पर नारे लगाते हुए आकर्षक जुलूस के रूप में कार्यक्रम स्थल पर पहुँचे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्रबंधक (उद्यानकृषी, क्यूरेटर और जीवविज्ञानी), डॉ. सत्यनारायण मिश्र ने किया।
उल्लेखनीय है कि अब तक आर.एस.पी. ने राउरकेला और उसके आसपास लगभग 52 लाख पेड़ लगाए हैं, जिससे इस क्षेत्र में हरियाली फ़ैल गई है। चालू वर्ष में, इस्पात संयंत्र ने इस्पात संयंत्र के विभिन्न स्थानों के साथ-साथ इस्पात शहर में एक लाख से अधिक पौधे लगाने की योजना बनाई है ताकि हरियाली के करघनी को बढाया जा सके ।