चन्दौली। जिला कृषि रक्षा अधिकारी राजेश कुमार राय ने बताया कि धान की नर्सरी मे इस समय खैरा, सफेदा एवं झोंका रोग से प्रभावित होने की सम्भावना हो सकती है। अतः रोग से बचाव हेतु कृषक भाइयों को निम्न सुझाव दिये जाते है- खैरा रोग के लिये एक सुरक्षात्मक छिड़काव 5 किग्रा0 जिंक सल्फेट का 20 किग्रा0 यूरिया या 2.5 किग्रा बुझे हुये चूने के साथ 1000 लीटर पानी के साथ प्रति हेक्टेयर की दर से 10 से 15 दिन अन्तराल पर दो छिड़काव करना चाहिये।
सफेदा रोग के नियत्रण हेतु 4 किलो फेरस सल्फेट का 20 किलो यूरिया के घोल के साथ मिलाकर छिडकाव करना चाहिये। झोंका रोग की रोकथाम के लिये 500 ग्राम कार्बेण्डाजिम 50 प्रतिशत डब्लू०पी० का प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव कर सकते हैं।