महाकुंभ-2025 को यादगार बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर – जयवीर सिंह
लखनऊ: अगले साल प्रयागराज में सम्पन्न होने वाला विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम महाकुम्भ-2025 को भव्य रूप से आयोजित करने के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। इस महाकुम्भ में लगभग 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसको दृष्टिगत रखते हुए सभी विभागों द्वारा अवस्थापना सुविधाओं का विस्तार एवं सुधार किया जा रहा है। इसी के तहत उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग प्रयागराज के महत्वपूर्ण स्थलों में से एक नैनी ब्रिज को फसाड लाइटिंग से रोशन किया जायेगा। इसके लिए 11.22 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया तक उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से विकास करने वाला राज्य है। संगम नगरी प्रयागराज का महत्वपूर्ण स्थल हैं, जहां बड़ी संख्या में पर्यटकों का आगमन होता है। प्रदेश में आने वाले पर्यटकों के आगमन में निरंतर वृद्धि हो रही है। इस वर्ष जनवरी से जून तक लगभग 4.54 करोड़ पर्यटक आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि नये भारत का नया उत्तर प्रदेश श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के स्वागत के लिए बुनियादी सुविधाओं को बेहतर कर रहा है, जिसके फलस्वरूप उत्तर प्रदेश में पिछले वर्ष 48 करोड़ पर्यटकों को आगमन हुआ। राज्य सरकार ने 80 करोड़ पर्यटकों को उत्तर प्रदेश आने के लिए कार्ययोजना तैयार की है। उन्होंने बताया कि एक पर्यटक 06 लोगों को रोजगार देता है। इससे निवेश भी आकर्षित होता है, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति मिलती है।
पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटन स्थलों और पर्यटक सुविधाओं का निरंतर विकास किया जा रहा है। इसी क्रम में नवीन नैनी ब्रिज पर फसाड लाइटिंग कराने का न केवल निर्णय लिया गया है, बल्कि प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। चार करोड़ रुपए भी जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि महाकुम्भ-2025 में आने वाले देशी एवं विदेशी श्रद्धालु एवं पर्यटक उत्तर प्रदेश के ब्राण्ड अम्बेस्डर के रूप में यहां की सुखद अनुभव को लेकर अपने घर जाएं और दूसरे श्रद्धालुओं को भी उत्तर प्रदेश आने के लिए प्रेरित कर सकें।
श्री जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटकों के स्नान, ध्यान, दर्शन और भ्रमण के साथ ही ठहरने के लिए भी उत्तम प्रबंध किए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन निगम द्वारा संचालित होटलों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। बड़ी संख्या में पेइंग गेस्ट बनाने की तैयारी चल रही है। जिन लोगों का प्रयागराज में मकान है, वह पेइंग गेस्ट के तहत क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय में पंजीकरण कराकर योजना का लाभ ले सकते हैं।