मुख्यमंत्री से प्रान्तीय सिविल सेवा (कार्यकारी शाखा) के वर्ष 2022 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की
पी0सी0एस0 अधिकारी प्रशासनिक व्यवस्था की रीढ़, कानून-व्यवस्था और विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका: मुख्यमंत्री
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आज यहां लोक भवन में प्रान्तीय सिविल सेवा (कार्यकारी शाखा) के वर्ष 2022 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पी0सी0एस0 अधिकारी प्रशासनिक व्यवस्था की रीढ़ हैं। कानून-व्यवस्था और विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में इन अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। अधिकारियों को व्यवस्था के प्रति जवाबदेह होने के साथ ही, गरीब, कमजोर तथा वंचित वर्ग के हितों के प्रति सचेत व संवेदनशील होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अधिकारी जनता से संवाद बनाकर उनकी समस्याओं का प्रभावी समाधान करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संवाद लोकतंत्र की ताकत है। हमें इस ताकत का इस्तेमाल करना चाहिए। आपकी सबसे बड़ी ताकत ह्यूमन इण्टेलीजेंस है। आपका व्यावहारिक पक्ष अच्छा है, तो जनता की समस्याएं नहीं अटकेंगी। समस्याओं के निस्तारण के प्रति आप सभी को आग्रही बनना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारीगण अपने कार्याें में नवाचार को बढ़ावा दें। प्रदेश सरकार ने लोगों के समग्र विकास के लिए एक जनपद एक उत्पाद योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना जैसी अनेक योजनाओं तथा ग्राम सचिवालय जैसी व्यवस्था को माॅडल के रूप में विकसित किया है। अधिकारी सेवा भाव के साथ इन कार्याें को आगे बढ़ाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने में भी अधिकारियों की प्रभावी भूमिका होती है। कभी-कभी एक छोटी सी घटना भी बड़े विवाद का रूप ले लेती है। प्रारम्भिक चरण में ही संवाद के माध्यम से ऐसे विवादों का निस्तारण किया जा सकता है। भूमि पैमाइश, वरासत, नामान्तरण इत्यादि राजस्व से जुड़े मामलों को लम्बित न रखा जाए। इससे काॅमन मैन प्रभावित होता है। सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों का लाभ जनता तक पहुंचे, इसके लिए जरूरी है कि अधिकारीगण अपने दायित्वों का सही तरीके से निर्वहन करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आई0जी0आर0एस0 पोर्टल, सी0एम0 हेल्पलाइन, तहसील दिवस तथा थाना दिवस की व्यवस्था को और प्रभावी बनाया गया है। शिकायतकर्ता की संतुष्टि ही समस्या के निस्तारण का अन्तिम मापदण्ड है। जनता से प्राप्त शिकायतों में 90 प्रतिशत शिकायतें थाना और तहसील से सम्बन्धित होती हैं। अपने कार्य क्षेत्र में प्रत्येक कार्य दिवस में जनसुनवाई करें। तहसील दिवस और थाना दिवस पर टीम बनाकर समय-सीमा तय करते हुए कार्यवाही को आगे बढ़ाएं। जो न्याय संगत हो, उसी पर कार्य किया जाए। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह सभी अधिकारीगण उत्तर प्रदेश की जनता की भावनाओं के अनुरूप एक बेहतर और संवेदनशील प्रशासन देने में सफल होंगे।