वाराणसी न्यूरोलाजिकल सोसायटी द्वारा संगोष्ठी सम्पन्न
वाराणसी/ शहर के कैंटोनमेंट स्थित होटल रमाडा में “वाराणसी न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी” के सहयोग से राष्ट्रीय एवम् अंतर्राष्ट्रीय स्तर के न्यूरोसर्जन एवम् न्यूरोलॉजिस्ट की राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया |
संगोष्ठी के प्रारम्भ में दी हेल्थसिटी के ऑपरेशन थिएटर से इंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी का सजीव प्रसारण किया गया जिसमें डॉक्टर राकेश सिंह (चेयरमैन – दी हेल्थसिटी / दी न्यूरोसिटी/) ने ऑपरेशन की बारीकियों व जटिलताओं पर चर्चा की |
इस संगोष्ठी में ब्रेन एवम् स्पाइन में होने वाली विकृतियों और बीमारियों, उनके इलाज की अलग-अलग विधियां, उनके इलाज में उपयोग में आने वाले अलग-अलग उपकरण और अत्याधुनिक शल्य चिकित्सा तकनीकों के बारे में देश के वरिष्ठ एवम् सुविख्यात न्यूरोसर्जन तथा न्यूरोलॉजिस्ट के द्वारा गहन विमर्श किया गया |
कार्यशाला में प्रमुख वक्ताओं में प्रोफ़ेसर ए. के. महापात्रा (निदेशक एम्स, भुबनेश्वर), प्रोफ़ेसर भवानी शंकर शर्मा (निदेशक न्यूरोसाइंसेस, एम्. जी. हॉस्पिटल, जयपुर), प्रोफ़ेसर देबाशीष चौधरी (अध्यक्ष IAN), प्रोफ़ेसर शशांक शरद काले (विभागाध्यक्ष –न्यूरोसर्जरी, एम्स-दिल्ली), प्रोफ़ेसर दलजीत सिंह (अध्यक्ष NSI), प्रोफ़ेसर मन मोहन मेहंदीरत्ता (निदेशक-न्यूरोलोजी विभाग, मैक्स हॉस्पिटल, दिल्ली), प्रोफ़ेसर मीना गुप्ता (वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट, पारस हॉस्पिटल गुरुग्राम), डा. संतोष त्रिपाठी (इंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जन, मेट्रो हॉस्पिटल, ग्वालियर), प्रोफ़ेसर शाकिर हुसैन हाकिम (वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट, बेबी हॉस्पिटल, कालीकट, केरला), डॉ. विनीत सूरी (वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट, इन्द्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल, दिल्ली) तथा डा. एस. के. राजन (अतिरिक्त निदेशक, आर्टेमिस हॉस्पिटल, गुरुग्राम) रहे |
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि के रूप में माननीय रविन्द्र जायसवाल जी (राज्य मंत्री, स्टाम्प व न्याय शुल्क एवम् पंजीयन विभाग), विशिष्ठ अतिथि प्रोफेसर डॉक्टर एस. एन. संखवार (निदेशक – इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, बी.एच.यू.) ने दीप प्रज्ज्वलन कर इस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया | इस संगोष्ठी में देशभर के 300 से ज्यादा न्यूरो विशेषज्ञों ने भाग लिया | कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर राकेश सिंह (चेयरमैन – दी हेल्थसिटी / दी न्यूरोसिटी) व डॉक्टर अविनाश चंद्र सिंह (चेयरमैन- अग्रिम हॉस्पिटल/ शौर्य न्यूरोलोजी सेण्टर) द्वारा ये जानकारी दी गयी इस प्रकार की संगोष्ठी से प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में चिकित्सा विज्ञान के विकास में नई दिशा मिलेगी, साथ ही वाराणसी के चिकित्सकों के लिए चिकित्सा विज्ञान में हो रहे नित्य नए बदलाव के बारे में जानने और अपने ज्ञान की वृद्धि और आदान-प्रदान के लिए यह एक सुनहरा अवसर साबित हुआ | इसके साथ ही इस पूरे कार्यक्रम को डिजिटल माध्यम से देश विदेश में मौजूद अन्य चिकित्सकों तक प्रेषित किया गया जिससे इसका लाभ सबको मिल सके |