मोरवा पुनर्स्थापन प्रक्रिया को पारदर्शी, जवाबदेह और हितधारक सुगम बनाने की दिशा में एनसीएल का बड़ा कदम

मोरवा पुनर्स्थापन की सम्पूर्ण प्रक्रिया को डिजिटलाइज करने हेतु लॉंच किया गया पोर्टल
सर्वेक्षण से मुआवजा गणना तक की पूरी प्रक्रिया के डिजिटलीकरण की सुविधा

सोनभद्र, सिंगरौली। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) की विशालतम परियोजना जयंत के विस्तार के लिए मोरवा पुनर्स्थापन प्रक्रिया के तहत भू-अर्जन की प्रक्रिया जारी है। पुनर्स्थापन प्रक्रिया में डिजिटल तकनीक का प्रभावी प्रयोग हेतु एनसीएल ने शुक्रवार को एक उन्नत डिजिटल ‘भूमि अधिग्रहण और डेटा प्रबंधन पोर्टल’ (एलएडीएम) लॉन्च किया है। इसके द्वारा व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी तथा प्रक्रिया में सुगमता के साथ दक्षता का समावेश होगा। इस अवसर पर एनसीएल व पोर्टल विकसित करने वाली फ़र्म डेलॉइट के अधिकारी उपस्थित रहे।   

इस अवसर पर एनसीएल के सीएमडी बी. साईराम ने मोरवा पुनर्स्थापन कार्य से जुड़े एनसीएल कर्मियों से पोर्टल के प्रभावी उपयोग को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ परियोजना प्रभावित परिवारों के बीच इसके प्रति जागरूकता फैलाने का आह्वान किया।

इस आधुनिक पहल का उद्देश्य भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को सरल, तेज़ और अधिक जवाबदेह बनाते हुए परियोजना प्रभावित परिवारों (PAFs) में विश्वास और पारदर्शिता को बढ़ावा देना है। साथ ही यह पोर्टल पात्रों को अपने मुआवजा और माप विवरण के बारे में जानने और शिकायत दर्ज करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इस प्रकार, इस पोर्टल के माध्यम से पुनर्स्थापन प्रक्रिया का मानकीकरण भी होगा।  

हिन्दी व अँग्रेजी भाषा में उपलब्ध इस डिजिटल पोर्टल में कई उन्नत विशेषताएं शामिल हैं। यह पोर्टल सर्वेक्षण और डिजिटल डेटा संग्रहण के साथ वैलिडेशन और ओटीपी आधारित सत्यापन, प्रभावित परिवार (PAF) द्वारा माप विवरण देखने और शिकायत दर्ज करने की सुविधा, मानवीय हस्तक्षेप से मुक्त भूमि और संपत्ति के मुआवजे की स्वचालित गणना सुनिश्चित करेगा।

एनसीएल द्वारा ‘सर्वेक्षण से मुआवजा गणना तक’ की प्रक्रिया हेतु डिजिटल पोर्टल का विकास एवं उपयोग,  भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में पारदर्शिता, जवाबदेही और डिजिटल सशक्तिकरण का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

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