उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पुलिस ने एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया है। दरअसल इमराना नाम की महिला के मन में इतना गुस्सा भरा हुआ था कि उसने कुछ टाइम बम बनाने का ऑर्डर दे दिया था ताकि यदि आगे से कोई दंगा या झगड़ा हो तो वह जवाब दे सके। चार टाइम बमों का ऑर्डर इमराना को मिलता उससे पहले ही UP STF ने सभी को धर दबोचा। देखा जाये तो बमों की बरामदगी और आरोपियों की गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश पुलिस की एक बड़ी कामयाबी तो है ही लेकिन साथ ही यह इस बात की जरूरत पर भी बल देती है कि लगातार सतर्कता बनाये रखना होगा।
जहां तक पूरे घटनाक्रम की बात है तो आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (STF) ने एक व्यक्ति को बोतलों का उपयोग करके टाइम बम तैयार करने के लिए कहने वाली एक महिला को मुजफ्फरनगर में गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी कुछ दिन पहले ही STF द्वारा गिरफ्तार किए गए जावेद नामक एक व्यक्ति की निशानदेही पर की गई है। जावेद को लोहे के छर्रों से भरी कांच की बोतलों का उपयोग कर टाइम बम बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। STF अधिकारियों ने बताया कि जावेद मुजफ्फरनगर में पकड़ी गई महिला इमराना को बम सौंपने जा रहा था।
UP STF ने रविवार को लखनऊ में एक बयान जारी कर बताया कि उसकी मेरठ इकाई की एक टीम ने खुफिया जानकारी के बाद शनिवार शाम मुजफ्फरनगर जिले की निवासी इमराना को गिरफ्तार किया। UP STF के बयान के मुताबिक इमराना जावेद को लंबे समय से जानती थी और उसने ही उसे बम बनाने के लिए कहा था। जावेद को तब गिरफ्तार किया गया जब वह इमराना को चार बम सौंपने जा रहा था। बताया जा रहा है कि इमराना ने STF अधिकारियों को बताया है कि 2013 में मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक दंगों में उसका घर जला दिया गया था और इस बात को लेकर उसमें काफी नाराजगी थी। उसने जावेद से मुलाकात कर कुछ बम बनवाये थे ताकि आगे कोई झगड़ा या दंगा हो तो वे उसमें ‘काम’ आयेंगे।
इमराना ने बताया कि जावेद मीरापुर से अपने जानने वाले के पास से बारूद लाकर बम बनाता है। उसने यह भी कुबूल किया कि उसने पहले भी अपने घर पर ऐसे बम रखे थे, जिन्हें बाद में उसने अन्य लोगों को सौंप दिया था। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि जावेद के पास से बरामद किए गए चारों बोतल बम ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी)’ थे। उन बोतलों में गन पाउडर-999, लोहे के छर्रे, रुई, पीओपी आदि भरे हुए थे। बोतल बम बनाने के संबंध में पूछताछ करने पर जावेद ने बताया कि उसने अपने पटाखा बनाने वाले चाचा अर्शी के यहां बारूद और बोतल बम बनाना सीखा था और कुछ जानकारी उसने यूट्यूब और इंटरनेट के जरिए हासिल की थी।