शुगर फैक्ट्री को लेकर एमडी पाराशर ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से की मुलाकात

Spread the love

प्रयागराज। [मनोज पांडेय] शुगर फैक्ट्री कैलारस को चलाने के संबंध में, शुगर फैक्ट्री कैलारस के पूर्व चीफ जनरल मैनेजर एवं मध्यांचल किसान उद्योग लिमिटेड की ओर से, मध्यांचल किसान उद्योग लिमिटेड के प्रबंध संचालक एमडी पाराशर ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से दिल्ली में मुलाकात की एवं इससे पूर्व दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री परम नरेंद्र सिंह तोमर से, मुरैना के आरएसएस के प्रमुख राधे श्याम गुप्ता ने भी शुगर फैक्ट्री कैलारस को चलाने के संबंध में मुलाकात की थी। 

मुरैना श्योपुर क्षेत्र के सांसद व भारत सरकार के कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से दिनांक 02.08.2022 को जन हित व समाज सेवा में निरन्तर कार्यरत आरोग्यधाम ट्रस्ट, सरस्वती शिशुमंदिर आदि अनेक संस्थाओ के संस्थापक, अध्यक्ष राधेश्याम गुप्ता, झण्डा चैक, मुरैना व निर्मल शर्मा, शासकीय अधिवक्ता उच्च न्यायालय ग्वालियर के साथ शक्कर कारखाना कैलारस व प्रदेश में गन्ना व कृषि आधारित विकास व उद्योगों आदि पर विस्तार से चर्चा हुई। चर्चा में देश भर में सभी बंद पुराने कारखाने पुनः चालू होने व नए कारखाने लगने के परिप्रेक्ष्य सम्बन्ध में विचार विमर्श किया गया। प्रस्तावित किया कि कारखाने की मशीनरी स्क्रेप में बेचने के बजाए उसकी पूरी सम्पति लीज या विक्रय सेे इस शर्त के साथ दी जाए कि कारखाने में शक्कर उत्पादन के लिए ही उपयोग हों, आवश्यक नहीं कि हमारे द्वारा बनाई कम्पनी मध्यांचल किसान उद्योग को ही कारखाना दिया जाए। शासन इस हेतु खुला विज्ञापन देकर प्रस्ताव आमंत्रित करे, परन्तु क्षेत्र को रोजगार, विकास, कृषक समृद्धि देने वाले इस कारखाने से पुनः उत्पादन अवश्य कराएं। कारखाने में अब शक्कर ही नहीं ईथेनोल, पावर, कागज पुठ्ठा, उर्वरक, बायोगैस आदि अनेक उत्पादन केवल गन्ने से हो सकते हैं।

कारखाने से उत्पादन की सफलता के लिये नेशनल फेडरशन आफ कोआपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज, शुगर टेक्नोलोजिस्ट एसोसिएशन आफ इन्डिया व भारतीय गन्ना अनुसंधान केन्द्र लखनऊ के वरिष्ठ तकनीकी विषेषज्ञों व वैज्ञानिकों ने भी अनुशंसा की है। अतः कारखाना क्षेत्र में हजारों बेरोजगारों को रोजगार व किसानों को समृद्धि देगा। क्षेत्र में नगदी प्रवाह बढ़ने, व्यापार, परिवहन, जन सुविधाओं आदि का भी विस्तार होगा व जिले भर की खुशहाली का मार्ग भी प्रसस्त होगा। नरेंद्र सिंह ने अस्वस्थ्य रहते हुए भी क्षेत्रीय व प्रदेश के विकास के विषयों में गम्भीरता पूर्वक विचार-विमर्श किया और व्यक्त किया कि उन्हें प्रसन्नता है कि स्थानीय उद्यमी निजी क्षेत्र में कारखाने को चलायें वे इस हेतु आवश्यक कार्रवाई के लिए पहल व अनुशंसा करेगें।

Leave a Reply

Your email address will not be published.