नीट प्रवेश परीक्षा में व्यापक पैमाने पर की गयी घपलेबाजी-लौटन राम निषाद 

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एनटीए जवाब दे-720 में 717,718 अंक कैसे 

  लखनऊ। देश की मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा (नीट) का आयोजन एन.टी.ए. द्वारा कराया गया। वर्ष 2024 की मेडिकल प्रवेश परीक्षा पर छात्रों का आरोप है कि पहले तो परीक्षा का पेपर लीक हुआ , लगभग 15000 परीक्षा पेपर बांटे गये ,पेपर लीक को दबाया गया, जिन्हें पेपर लीक का फायदा मिला उन बच्चों के मार्क्स  बहुत अधिक आये। इसके अलावा एनटीए ने रिजल्ट जारी करने की तारीख 14 जून तय कर रखी थी,लेकिन एनटीए ने जिस दिन देश में लोकसभा चुनाव की मतगणना होनी थी यानी 4 जून,यानी तय दिन से 10 दिन पूर्व ही नीट परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया। भारतीय ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ.लौटनराम निषाद ने एनटीए द्वारा नीट परीक्षा-2024 में व्यापक पैमाने पर घपलेबाजी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि एनटीए को डर था कि 4 जून को देश की सरकार बदल सकती है,इसलिए उसने परीक्षा परिणाम 10 पूर्व ही घोषित कर दिया।इसके पीछे एनटीए का यह भी मकसद था कि लोकसभा चुनाव परिणाम के शोरगुल में राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा परिणाम का भ्रष्टाचार दब जायेगा।

       निषाद ने कहा है कि प्रवेश परीक्षा परिणाम देखने पर छात्रों को पता चला कि राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा(नीट) के इतिहास में अब तक 1 या 2 बच्चों को ही कुल 720 में से 720 अंक मिलते थे यानी परीक्षा के टॉपर 1 या 2 होते थे।परन्तु इस बार एनटीए ने 67 बच्चों को 720 में से 720 अंक देकर टॉपर घोषित कर दिया है।एनटीए ने नियम विरुध्द जाकर कुछ बच्चों को शत- प्रतिशत ग्रेस मार्क्स देकर टॉपर की श्रेणी में ला दिया है।इसके अलावा एनटीए ने नियम विरुद्ध कुछ चुनिंदा बच्चों को 720 में से 717 व 718 अंक दे दिये जो हो ही नहीं सकते। उन्होंने कहा है कि जब प्रति प्रश्न की गलती पर 1 अंक की माइनस मार्किंग का नियम है और प्रति प्रश्न 4 अंक है,तो किसी अभ्यर्थी ने एक प्रश्न भी गलत किया होगा तो उसे 720 में 4+1=5 अंक कम यानि 715 अंक  मिलेगा। उन्होंने मेडिकल प्रवेश परीक्षा कराने वाली संस्था एनटीए से जवाब मांगा है कि किसी अभ्यर्थी को 720 में 716,717,718 या 719 अंक कैसे मिल सकता है?

       निषाद  ने बताया कि नीट की तैयारी में बच्चो को 2 से 3 वर्ष लगता है, ऐसे में एनटीए ने बच्चों की 2 से 3 वर्षों की मेहनत पर पानी फेर दिया।इस वर्ष 24 लाख बच्चों ने नीट परीक्षा के लिये आवेदन किया था।अब देश भर में छात्र,अभिभावक,शिक्षक,कोचिंग संचालक सब आंदोलनरत है।उन्होंने पूरी प्रवेश परीक्षा को रद्द कर पुनर्परीक्षा कराने की मांग किया है। एनटीए नीट प्रवेश परीक्षा में गङबङी कराने का पूरा दोषी है। आखिरकार जब प्रति प्रश्न 4 अंक और प्रति गलत उत्तर पर 1 अंक माइनस मार्किंग निर्धारित रहा है तो किस तरह कोई अभ्यर्थी 720 में 716,717,

718 या 719 अंक अर्जित किया। 720 अंक के पेपर में अभ्यर्थी द्वारा एक प्रश्न भी गलत किया गया तो उसे 720-(4+1) यानि 715 अंक प्राप्त होगा। जब प्रवेश परीक्षा परिणाम 14 जून 2024 को घोषित करना पहले से तय था तो 10 दिन पूर्व  लोकसभा चुनाव मतगणना के दिन 4 जून को क्यों किया गया? एसा इसलिए किया गया कि लोकसभा चुनाव परिणाम के शोरगुल में नीट प्रवेश परीक्षा परिणाम का भ्रष्ट कृत्य दब जायेगा और एनटीए के बड़े भ्रष्टाचार पर पर्दा पङ जायेगा। उन्होंने एनटीए के जिम्मेदार अधिकारियों सहित इस भ्रष्टाचार में संलिप्त दोषियों की सम्पत्ति कुर्क करने और दोषियों रासुका लगाने की मांग किया है।

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