महिलाओं ने वाशिंग पाउडर के क्षेत्र में नामी ब्रांड बनाने का लिया संकल्प*
सोनभद्र, सिंगरौली । हिंडालको महान के सी.एस.आर.विभाग द्वारा 6 दिवसीय वाशिंग पावडर निर्माण कार्यशाला का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम यूनियन बैंक की उपक्रम संस्था आरसीटी के माध्यम से आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में बड़ोखर क्षेत्र के
35 महिलाओं व 5 युवाओ ने भाग लेते हुये वाशिंग पावडर का प्रशिक्षण प्राप्त किया। यह प्रशिक्षण यूनियन बैंक की उपक्रम आरसीटी द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ हिंडालको महान के सी.एस. आर.विभाग प्रमुख संजय सिंह व हिंडालको महान के सुरक्षा प्रमुख रिटायर्ड कर्नल गौरव चतुर्वेदी ने किया ।कार्यक्रम में महिलाओं ने वाशिंग पावडर निर्माण प्रशिक्षण के दौरान वाशिंग पावडर के उत्पादन की विधि के साथ साथ सामग्री का चयन और उपयोग,उत्पाद की गुणवत्ता और मानकों का पालन,उत्पादन प्रक्रिया में सुरक्षा और अन्य नियमों का पालन ,वाशिंग पावडर के पैकेजिंग और लेबलिंग की तकनीकें,उत्पाद की बिक्री और विपणन के बारे में जाना।कार्यक्रम के अन्तिम दिन प्रशिक्षण ले रही महिलाको का उत्साहवर्धन व प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान करने हिंडालको महान के मानव संसाधन प्रमुख डॉ. विवेकानंद मिश्रा व यूनियन ग्रामीण स्वरोजगार केंद्र के निदेशक विजय कुमार पहुचे।
कार्यक्रम में मानव संसाधन प्रमुख डॉ. विवेकानंद मिश्रा ने महिलाओं को उद्यमी बंनाने की पहल की तारीफ करते हुये कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण से लाभ लेकर अपना बेहतर उद्यम तैयार करे,छोटा सा स्वरोजगार कब बड़ा बन जाय, ये कोई नही जानता,प्रोडक्ट के गुणवत्ता पे खास जोर देने की बात कही ,और हिंडालको महान द्वारा स्वरोजगार के लिए पूरी तरह से सहयोग देने की बात कही। वही यूनियन ग्रामीण स्वरोजगार केंद्र के निदेशक विजय कुमार ने लोगो को निरमा वाशिंग पावडर कंपनी की सफलता की कहानी बताते हुये कहा कि इस प्रशिक्षण के उपरांत भी हमारी संस्था लोगो की मदद करती है। वही हिंडालको महान के सहयोग से महिलाओ ने न केवल नए कौशलों का अध्ययन किया है,बल्कि स्वरोजगार के संभावनाओं में भी बढ़ोतरी की हैं।
इस प्रकार के पहलों से समाज में सामाजिक और आर्थिक रूप से महिलाओं को सशक्त करने का यह एक महत्वपूर्ण कदम है।कार्यक्रम के अंत मे सभी प्रशिक्षण ले रही महिलाओं व युवाओ को प्रमाण पत्र प्रदान किये गये।कार्यक्रम के सफल आयोजन में हिंडालको महान से बीरेंद्र पाण्डेय, जियालाल,खलालू व आरसीटी से निशा का विशेष योगदान रहा।